सोरोस, ओसीसीआरपी के साथ देश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं राहुलः भाजपा
05-Dec-2024 09:37 PM 2717
नयी दिल्ली 05 दिसंबर (संवाददाता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस और न्यूज पोर्टल ओसीसीआरपी के साथ मिलकर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं लोकसभा सांसद डॉ. संबित पात्रा ने गुरुवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में फ्रांस के अखबार 'मीडिया पार्ट' में छपे लेख के हवाले से देते हुए कहा, "जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी दो बदन, एक जान हैं। जो भारत विरोधी एजेंडा जॉर्ज सोरोस का है, वही भारत विरोधी एजेंडा राहुल गांधी का है।” उन्होंने कहा, “यह गांधी परिवार, एक ऐसा परिवार है, जो अपनी कुर्सी के लिए अगर देश को भी बेचना पड़े और देश का भी बलिदान देना पड़े, तो इससे भी गुरेज नहीं करेगा, यह लोग देश को भी बेच सकते है।” उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा आज उठाया गया मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह केवल किसी पार्टी या व्यक्ति से नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ खुलासे हुए हैं, जिनसे पता चलता है कि देश के भीतर कुछ ऐसी शक्तियां सक्रिय हैं, जो भारत को कमजोर करने, उसकी एकता और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं। ये शक्तियां नहीं चाहतीं कि भारत आगे बढ़े और विश्व पटल पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करे। भाजपा प्रवक्ता ने 'मीडिया पार्ट' में छपे लेख का हवाला देते हुए कहा, “भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले त्रिकोण की पहली कड़ी अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस और उनके फाउंडेशन के साथ कुछ अमेरिकी एजेंसियां हैं। दूसरी कड़ी, एक बड़ा न्यूज पोर्टल ओसीसीआरपी (ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) है। त्रिकोण की तीसरी और सबसे अहम कड़ी, कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हैं, जो ‘सर्वोच्च कोटि के देशद्रोही' हैं।” उन्होंने बताया कि भाजपा की नीति हमेशा ‘राष्ट्र प्रथम, पार्टी बाद में और व्यक्ति अंत में’ रही है। उन्होंने कहा कि ओसीसीआरपी एक वैश्विक संस्थान है, जिसकी स्थापना 2007 में हुई थी। आज यह संस्था 50 से अधिक मीडिया सहयोगियों के साथ 06 महाद्वीपों में सक्रिय है। इसे एक ग्लोबल मीडिया एजेंसी कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि इसके प्रकाशित लेख करोड़ों लोग पढ़ते हैं और यह बड़े देशों में सनसनी फैलाने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी अखबार ने खुलासा किया है कि ओसीसीआरपी के वित्त पोषण में एक बड़ा हिसा “ओपन सोसाइटी फाउंडेशन” का है। इसके अलावा अमेरिका की बहुत सी संस्थाएं और सरकारी एजेंसियां भी ओसीसीआरपी को वित्त पोषित करती हैं। यह ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशन’ जॉर्ज सोरोस का है। उन्होंने कहा कि “मीडिया पार्ट” की रिपोर्ट के अनुसार ओसीसीआरपी एक स्वतंत्र संस्था है, लेकिन उसको मिलने वाली राशि का बड़ा हिस्सा किसी एक स्रोत से आता है, तो स्वभाविक है कि वह संस्था तटस्थ नहीं है। ओसीसीआरपी को सबसे अधिक पैसा जॉर्ज सोरोस और डीप स्टेट से मिलता है, इसलिए यह संस्था उनके पक्ष में बात करती है। अमेरिका का डीप स्टेट अन्य देशों में अस्थिरता पैदा करने के लिए काम करता है और उस डीप स्टेट के लिए यह ओसीसीआरपी काम कर रहा है। डॉ. पात्रा ने कहा कि जब लोकसभा में प्रतिपक्ष का नेता अपने देश के साथ द्रोह कर रहा हो, तो स्वभाविक रूप से यह बहुत महत्वपूर्ण विषय हो जाता है। जुलाई 2021 में पूरे विश्व में कोविड महामारी का प्रकोप था, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित कीं और वैक्सीन मैत्री के तहत भारत अन्य देशों की सहायता कर रहा था। उस समय ओसीसीआरपी ने एक लेख छापा था कि ब्राजील ने भारत से मंगाई जाने वाली 3240 लाख डॉलर कोवैक्सीन के ऑर्डर रद्द कर दिया है। इस लेख के माध्यम से भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। भाजपा नेता ने कहा कि ओसीसीआरपी ने लगातार भारत के बड़े उद्योगपतियों को निशाना बनाया है, उनके विरुद्ध अनर्गल रिपोर्ट प्रकाशित की हैं। इसके पीछे एकमात्र उद्देश्य भारत की अर्थव्यवस्था को डगमगाना और भारत के शेयर बाजार को गिराना था। उन्होंने कहा कि देश पर आघात करने वाली जब भी ऐसी रिपोर्ट सामने आईं, श्री गांधी ने संवाददाता सम्मेलन करके देश के भीतर वि-औद्योगीकरण की बात की है। अट्ठारह जुलाई 2021 को ओसीसीआरपी ने पेगासस रिपोर्ट को उजागर किया था और 19 जुलाई को श्री गांधी ने इसी रिपोर्ट के आधार पर संवाददाता सम्मेलन की थी और सदन में हाहाकार मचाया था। एक सोची-समझी साजिश के तहत संसद सत्र से पहले ऐसी रिपोर्ट आती है और सदन में हंगामा करके स्थगित करा दिया जाता था। छब्बीस अगस्त 2022 को पेगासस के विषय को खारिज कर दिया था। जुलाई 2022 में नेशनल हेराल्ड के केस में मां-पुत्र बेटे से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी पूछताछ कर रहे थे, तो ओसीसीआरपी ने एक लेख छापा, जिसमें लिखा गया कि श्री गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस में चल रही कानूनी प्रक्रिया राजनीतिक से प्रेरित है। मां-बेटे ने 05 हजार करोड़ रुपये का गबन किया और ओसीसीआरपी ने अमेरिका में बैठकर उन्हें क्लीन चिट दे दी। डॉ. पात्रा ने कहा कि श्री गांधी भारत विरोधी एजेंडे के त्रिकोण का तीसरा पहलू हैं और यह बात पूरी तरह से प्रमाणों पर आधारित है। उन्होंने कहा, “श्री गांधी की कथित ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जो असल में ‘भारत तोड़ो यात्रा’ थी, उसे जनता ने नकार दिया। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी की स्थिति आज दयनीय हो गई है। इस यात्रा के दौरान जॉर्ज सोरोस की संस्था के उपाध्यक्ष शलील शेट्टी ने भाग लिया था, जो इस बात का सबूत है कि श्री गांधी और जॉर्ज सोरोस की सोच एक जैसी है। श्री गांधी ने अमेरिका यात्रा के दौरान भी ओसीसीआरपी से जुड़े बंगलादेशी पत्रकार मुश्फिकुल फजल अंसारी से मुलाकात की थी। अंसारी लंबे समय से भारत विरोधी लेख प्रकाशित करते रहे हैं। उन्होंने कहा, "जहां देश का अहित हो, वहां श्री गांधी मौजूद रहते हैं। जो भारत से नफरत करता है, वह राहुल गांधी से प्यार करता है। जो भी भारत से करे नफरत, वो करे राहुल से प्यार।” इस अवसर पर भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद के. लक्ष्मण ने कहा कि आज राज्यसभा में एक ऐसे मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया गया है, जो देश के लिए बेहद चिंता का विषय है। यह विषय है ‘राष्ट्रीय हितों पर संदिग्ध हमले ’का। इस महत्वपूर्ण विषय को उठाने के लिए राज्यसभा के सभापति ने भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी को अवसर दिया है। डॉ. त्रिवेदी इन राष्ट्रविरोधी और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की गतिविधियों पर प्रकाश डालेंगे, जिनकी पहचान पिछले कुछ वर्षों में की गई है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत आज तेजी से आर्थिक, सामजिक और कूटनीति के क्षेत्र में वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है। मात्र एक दशक के भीतर ही भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और आने वाले वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। श्री मोदी के ‘विकसित भारत’ के सपने को पूरा करने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। जब भी संसद सत्र चलता है, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्र विरोधी ताकतें मनगढ़ंत मुद्दे लाकर व्यवधान पैदा करने का प्रयास करती हैं। उनका उद्देश्य भारत की प्रगति को पटरी से उतारना है।...////...
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