07-May-2025 08:58 PM
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नयी दिल्ली, 07 मई (संवाददाता) चुनाव आयोग ने तमिलनाडु और पुड्डुचेरी के प्रक्षेत्र स्तरीय चुनाव कार्यकर्ताओं को पहली बार तमिल भाषा में प्रशिक्षण देने का कदम उठाया है जिसमें कुल 293 प्रतिभागी शामिल हैं।
आयोग की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) में आयोजित इस दो दिवसीय मिश्रित-बैच प्रशिक्षण कार्यक्रम में 264 बीएलओ पर्यवेक्षकों, 14 ईआरओ, 2 डीईओ और अन्य अधिकारी शमिल हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बीएलओ मतदाताओं के साथ भारत के निर्वाचन आयोग का यह पहला परस्पर संयोजन है और सही तथा अद्यतन मतदाता सूची सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके साथ ही, पिछले कुछ हफ्तों के दौरान आईआईआईडीईएम में आयोजित किए जा रहे गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लगभग 2,300 प्रतिभागियों को लाभ हुआ है।
आयोग अगले कुछ वर्षों में देश भर में एक लाख से अधिक बीएलओ सहित सभी स्तरों पर चुनाव कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए लगातार ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
बीएलओ पर्यवेक्षकों को फॉर्म 6, 7 और 8 सहित विभिन्न फॉर्मों को सही तरीके से भरना सुनिश्चित करने के लिए संवादमूलक सत्रों, परस्पर वार्ता के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण मॉड्यूल में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) समाधानों के उपयोग में व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। इन बीएलओ पर्यवेक्षकों को अन्य बीएलओ को प्रशिक्षित करने के लिए विधानसभा स्तर के मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जा रहा है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रतिभागियों को आरपी अधिनियम 1950 की धारा 24 (ए) के तहत जिला मजिस्ट्रेट (जिलाधिकारी या समकक्ष रैंक के अधिकारी) और धारा 24 (बी) के तहत राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के साथ अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची के मुकाबले पहली और दूसरी अपील के प्रावधानों से भी परिचित कराया गया।
आयोग ने यह भी बताया है कि गत 06 से 10 जनवरी तक तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में मतदाता सूचियों की विशेष सारांश समीक्षा (एसएसआर) पूरी होने के बाद इन राज्यों में उनके खिलाफ कोई अपील आपत्ति दायर नहीं की गई थी।...////...