15-Nov-2022 10:40 PM
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भोपाल, 15 नवम्बर (संवाददाता) राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि मध्यप्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के अनेक आयाम प्राप्त किये हैं। मध्यप्रदेश की विकास यात्रा तेज गति से बढ़ेगी।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु आज राजभवन भोपाल में अपने नागरिक सम्मान और दो परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सभी वर्गो तक विकास पहुँचेगा। मध्यप्रदेश का अनेक क्षेत्रों में अमूल्य योगदान है। खाद्यान उत्पादन में मध्यप्रदेश आगे है। कृषि क्षेत्र में उत्पादन सहित अन्य कार्यों में चार वर्ष में मध्यप्रदेश ने महत्वपूर्ण वृद्धि और प्रगति प्राप्त की है। इसके लिए मध्यप्रदेश बधाई का पात्र है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश स्वच्छतम राज्य और इन्दौर नगर ने छठवीं बार स्वच्छतम शहर का पुरस्कार प्राप्त किया है। यह सराहनीय है। मध्यप्रदेश के नागरिक प्रशंसा के पात्र हैं। देश के अन्य प्रान्तों के लिए यह उपलब्धि अनुकरणीय है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मध्यप्रदेश नर्मदा जल से सिंचित है। प्रदेश को प्रकृति का वरदान प्राप्त है। देश में सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। अनेक अनेक राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य भी हैं। कूनो में नामीबिया से चीते लाये गए हैं, जो लुप्त हो गए थे। रानी दुर्गावती, झलकारी बाई की गौरव गाथाएं सुनी जाती हैं। अहिल्या बाई होल्कर ने काशी के मंदिर का उद्धार करवाया। मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल में रानी कमलापति के सम्मान में कदम उठाए हैं। रेलवे स्टेशन का नामकरण भी उनके योगदान को याद करने के लिए किया गया। मध्यप्रदेश में डॉ. अम्बेडकर, डॉ. शंकरदयाल शर्मा और अटल जी जैसी विभूतियां जन्मीं और प्रदेश से आजीवन जुड़ी रहीं। प्रदेश में अनुपम प्राक्रतिक सौन्दर्य है। कालिदास, तानसेन, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ के साथ ही अन्य अनेक व्यक्तित्व मध्यप्रदेश की पहचान हैं। समृद्ध आध्यात्मिक परंपरा है। उज्जैन में सिंहस्थ होता है। ग्वालियर, मैहर, खजुराहो मे उत्सव होते हैं। भेड़ाघाट, शिवपुरी और बेतवा के उत्सव, अमरकंटक और चित्रकूट सहित तीन विश्वधरोहर स्थल हैं। भीमबेठका, साँची और खजुराहो को यूनेस्को ने यह दर्जा दिया है। राष्ट्रपति श्रीमति मुर्मु ने मध्यप्रदेश वासियों को उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए सभी प्रदेश वासियों के विकास की कामना की।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का स्वागत करते हुए कहा कि साधारण पृष्ठ भूमि से निकलकर संघर्षों एवं कर्मठता के बल-बूते पर राष्ट्र के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचकर, श्रीमती मुर्मु ने जनजातीय समुदाय का गौरव बढ़ाया है। सम्पूर्ण देश धन्य हुआ है। जनमानस को नया विश्वास और प्रेरणा मिली है।
उन्होंने कहा है कि गांव से कॉलेज जाने वाली पहली बालिका से शुरू कर जनजातीय बहुल राज्य की पहली जनजातीय महिला राज्यपाल और देश की पहली महिला जनजातीय राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त कर देश में विश्वास और प्रेरणा का नया वातावरण निर्मित किया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक जीवन में श्रीमती मुर्मु द्वारा किए गए जनजातीय समाज के उत्थान के प्रयासों विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की विशिष्ट पहचान है। जनसेवा, जनकल्याण और समाज के वंचित वर्गों की मजबूती के लिए किए गए उनके प्रयास प्रेरणादायी हैं।
उन्होंने कहा कि संविधान की गरिमा को मजबूत बनाने तथा राज्यपाल के रूप में विश्वविद्यालयों की परीक्षा और भर्ती प्रक्रिया में उनके द्वारा किए गए सुधारों ने शिक्षा की गुणवत्ता उन्नयन के प्रयासों को नया आयाम दिया है। उनका अनुभव, विनम्रता और संवेदनशीलता सदैव हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। श्री पटेल ने राष्ट्रपति द्वारा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय व रक्षा मंत्रालय की परियोजनाओं की सौगात के लिए आभार ज्ञापित किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु का स्वागत करते हुए कहा कि मन प्रसन्नता से भरा हुआ है। श्रीमती मुर्मु का शहडोल में भी भावभीना स्वागत हुआ। उनका जीवन प्रेरक है। उन्होंने जीवन की कठिन परिस्थितियों में विचलित हुए बिना स्थित प्रज्ञ रहकर लिपिक के पद से पार्षद, विधायक, मंत्री, राज्यपाल आदि बनते हुए देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की पंक्तियों को श्रीमती मुर्मु के जीवन में देखा जा सकता है। ‘हार नहीं मानूंगी .. रार नहीं ठानूगी, काल के कपाल पे लिखती, मिटाती हूं, गीत नया गाती हूं...’ काव्य पंक्तियां उनके जीवन का मंत्र है। श्री चौहान ने कहा कि श्रीमती मुर्मु प्रगति के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ी हैं। श्रीमती मुर्मु गरीबों के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इसी प्रतिबद्धता ने जनता के हृदय में उनके लिए सम्मानजनक स्थान बनाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश में श्रीमती मुर्मु का नागरिक सम्मान हो रहा है। समाज, जीवन से जुड़े प्रमुख लोग उनका अभिनंदन कर रहे हैं।
कार्यक्रम में राज्यपाल श्री पटेल ने सांची स्तूप की प्रतिकृति, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंग वस्त्र आदि से राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश की जनजातीय संपदा पर केन्द्रित पुस्तक भी राष्ट्रपति को भेंट की। नागरिक सम्मान के अंतर्गत विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, पद्मश्री श्रीमती भूरी बाई, ओम मेहता, मनमोहन अग्रवाल और सेवा निवृत लेफ्टिनेंट जनरल एम.एल. नायडू ने श्रीमती मुर्मु का सम्मान किया।
राष्ट्रपति ने रक्षा मंत्रालय की ग्वालियर स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में मेक्सिमम माइक्रोवाइल कंटेनमेंट लेबोरेट्ररी (बीएसएल 4) का शिलान्यास किया। करीब 300 करोड़ रूपये लागत की यह लैब कोविड-19 जैसी चुनौतियों का सामना करने में सहयोग करेगी। यहाँ महत्वपूर्ण अनुसंधान हो सकेंगे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने सड़क परियोजना का भी शिलान्यास किया। यह परियोजना भारतमाला परियोजना में एनएच-46 (पुराना एनएच-69) औबेदुल्लागंज से बैतूल इंटर कॉरिडोर मार्ग का एक हिस्सा है, जो भोपाल से नागपुर को कनेक्टिविटी देता है। इस मार्ग का 12.38 किमी. का खण्ड रातापानी वन्य-जीव अभयारण्य में आता है एवं रातापानी खण्ड भोपाल-नागपुर कॉरिडोर का भाग है। परियोजना में वन्य-जीव और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये आवश्यक उपाय शामिल हैं। वन्य-जीव अभयारण्य क्षेत्र में पशु अंडरपास के प्रावधानों से वन्य-प्रणियों को आवागमन में आसानी होगी। परियोजना की कुल लंबाई 12.38 किमी. है। इसके निर्माण पर 417 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत आयेगी। परियोजना का निर्माण कार्य 18 माह की अवधि में पूर्ण किया जायेगा। इस मार्ग को चौड़ा करने से वन्य-प्राणियों के आवागमन/आवास पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए 5 बड़े पशु अंडरपास (100 मी., 420 मी., 1226 मी., 65 मी. एवं 65 मी.) एवं 2 छोटे पशु अंडर पास (10 मी. एवं 10 मी.) अधो-संरचनाएँ बनाई जायेंगी। परियोजना में एक माइनर ब्रिज एवं 2 व्हीकल अंडरपास का निर्माण भी किया जाना है।
भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल और नागपुर की बेहतर कनेक्टिविटी होगी। इसके साथ ही भारी यातायात से सड़क उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्राप्त होगी। रातापानी वन्य-जीव अभयारण्य और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व तक बेहतर आवागमन से पर्यटन क्षेत्र को बढावा और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। इससे जहां समय और ईंधन की बचत के साथ प्रदूषण में कमी आएगी वहीं सड़क उपयोगकर्ता की सुरक्षा में भी सुधार होगा। इस परियोजना के पूर्ण होने से क्षेत्र के लोगों की तीव्र सामाजिक और आर्थिक समृद्धि का कार्य हो सकेगा।
कार्यक्रम में गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी, सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, माखन सिंह, हितानंद शर्मा एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।...////...