मुख्य पृष्ठ
देश
मध्यप्रदेश
इतिहास
रूपरेखा
मेले और त्यौहार
लोक नृत्य
लोक गीत
जानीमानी हस्तियां
संस्कृति
पर्यटन
खजुराहो
सांची
ओरछा
उज्जैन
मध्यप्रदेश क्यों
मध्यप्रदेश कैसे पहुँचे
वन
वन्य जीवन
स्कूल शिक्षा
मध्यप्रदेश गान
योजनाएं
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
बीमारी सहायता योजना
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
विक्रमादित्य निःशुल्क शिक्षा योजना
प्रतिभा किरण योजना
गांव की बेटी योजना
कपिलधारा योजना
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना
बलराम ताल योजना
खेत तालाब योजना
इंदिरा आवास योजना
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम
जननी सुरक्षा योजना
निःशुल्क सायकिल वितरण योजना
लाड़ली लक्ष्मी योजना
दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना
मुख्यमंत्री नाम की योजनाएं
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना
मुख्यमंत्री पेयजल योजना
मुख्यमंत्री आवास योजना
मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना
मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग स्व-रोजगार योजना
मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
राष्ट्रीय योजनाएं
दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना
अटल पेंशन योजना
दीनदयाल अंत्योदय योजना
राज्य के अंग
मध्यप्रदेश के शासकीय विभाग
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय
कमिश्नर एवं कलेक्टर
मध्यप्रदेश के मंत्री एवं राज्य मंत्री
मुख्य सचिव / अपर मुख्य सचिव / प्रमुख सचिव / सचिव
मध्यप्रदेश के जिले
अब तक
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
भारत के राष्ट्रपति
भारत के प्रधानमंत्री
मध्यप्रदेश के राज्यपाल
रोजगार
आलेख
सम्पर्क करें
archive
उधार लेने वालों में सिर्फ़ 18 प्रतिशत लोग डेटा गोपनीयता समझते हैं
Admin author
India
30-Dec-2023 06:32 PM
2313
नयी दिल्ली 30 दिसंबर (संवाददाता) डिजिटल तरीके से उधार लेने वालों में सिर्फ़ 18 प्रतिशत डेटा गोपनीयता के नियमों के बारे में समझते हैं, उनमें से ज़्यादातर (88 प्रतिशत) इस मामले में सिर्फ़ ऊपरी समझ रखते हैं। कंज़्यूमर फ़ाइनेंस प्रदाता होम क्रेडिट इंडिया द्वारा जारी वार्षिक “हाउ इंडिया बॉरोज़-सर्वेक्षण 2023” रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। इसमें कहा गया है कि लगभग 60प्रतिशत उधार लेने वाले इस बात से चिंतित हैं कि उधार देने वाले ऐप से उनका व्यक्तिगत डेटा कैसे जमा और इस्तेमाल किया जाता है। इन चिंतित उधार देने वालों में से 58प्रतिशत का यह भी मानना है कि उधार देने वाले ऐप ज़रूरत से ज़्यादा डेटा जमा करते हैं। जेन-ज़ेड (जेनरेशन-ज़ेड) और छोटे शहरों के उधार लेने वाले उधार देने वालों के ऐप की ओर से जमा किए जा रहे डेटा की मात्रा के बारे में ज़्यादा चिंता दिखाते हैं। महानगरों में, चेन्नई के 78प्रतिशत उधार लेने वाले जमा किए गए डेटा के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हैं। पुणे में क्षेत्रवार, 45प्रतिशत कर्ज लेने वाले लोग अपने व्यक्तिगत डेटा के संग्रहण के संबंध में चिंता व्यक्त करते हैं और 49 प्रतिशत यह मानते हैं कि ये ऐप आवश्यकता से अधिक डेटा एकत्र करते हैं।...////...
«
नये साल में बाजार रहेगा गुलजार, मिलेगा बेहतर रिटर्न
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
»
विदेशी मुद्रा भंडार 4.5 अरब डॉलर बढ़कर 620.44 अरब डॉलर पर
POST CATEGORY
देश
मुख्यमंत्री
जनसंपर्क मंत्री
मुख्य सचिव
नगरीय विकास
उच्च शिक्षा
स्कूल शिक्षा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
किसान कल्याण एवं कृषि विकास
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
ऊर्जा
जॉब अलर्ट
चर्चा में
सामान्य ज्ञान
साक्षात्कार
एडमिशन
राजस्व
चुनाव संबंधी समाचार
आलेख
© 2025 - All Rights Reserved -
mpenews
|
Hosted by SysNano Infotech
|
Version Yellow Loop 24.12.01
|
Structured Data Test
|
^
^
×
ASPX:
POST
ALIAS:
udhaar-lene-vaalon-men-siraph-18-pratishat-log-deta-gopaneeyata-samajhate-hain
FZF:
FZF
URL:
https://www.mpenews.com/udhaar-lene-vaalon-men-siraph-18-pratishat-log-deta-gopaneeyata-samajhate-hain
PAGETOP:
ERROR: