10-Mar-2022 08:50 AM
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लखनऊ, 10 मार्च (AGENCY) उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों पर चुनाव के लिये सात चरण में 10 फरवरी से 07 मार्च तक हुए मतदान के बाद आज मतगणना प्रारंभ हो गयी। चुनाव आयोग के मुताबिक पूर्व निर्धारित समय के अनुसार गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों में सुबह आठ बजे मतगणना शुरु हो गयी।
इसके साथ ही इन सीटों पर किस्मत आजमा रहे 4406 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतगणना के बाद आज शाम तक जारी होने वाले चुनाव परिणाम में हो जायेगा। इसके अलावा इस बात से भी पर्दा उठ जायेगा कि लगभग एक महीने तक चली निर्वाचन प्रक्रिया में सफल होने वाले किस दल की राज्य में सरकार बनेगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिये मतदान की प्रक्रिया पूरी हाेने के बाद सभी राज्यों के चुनाव की मतगणना एक साथ गुरुवार काे सुबह आठ बजे प्रारंभ हो गयी। उत्तर प्रदेश में 75 जिलों की 403 विधानसभा सीटों पर मतगणना के लिये सभी जिलों में कम से कम एक मतगणना केन्द्र बनाया गया है।
आयोग की ओर से मतगणना के बारे में दी गयी जानकारी के मुताबिक सुबह आठ बजे मतगणना प्रारंभ होने पर सबसे पहले पोस्टल बैलेट और सर्विस वोट की गिनती की जायेगी। इसके बाद 8:30 बजे ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी। मतगणना के दौरान प्रत्येक सीट पर एक प्रेक्षक तैनात किया गया है। मतगणना के दौरान समूची प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जायेगी।
आयोग ने कोविड प्रोटाेकॉल के मद्देनजर चुनाव परिणाम घोषित होने पर विजय जुलूस और रैली आदि के आयोजन पर पूर्ण रूप से रोक लगा रखी है। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के तहत 70 हजार पुलिसकर्मी, 245 कंपनी अर्द्धसैनिक बल और 69 कंपनी पीएसी की तैनात की गयी है। कुमार ने बताया कि सभी महत्वपूर्ण जगहों पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई जाएगी। इतना ही नहीं सभी जनपदों में धारा 144 लागू है।
गौरतलब है कि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए ईवीएम में गड़बड़ी कराने की कोशिशें करने के आरोप लगाये जा रहे हैं। इसके मद्देनजर सपा ने अपने कार्यकर्ताओं को पूरे प्रदेश में सचेत रहकर सतत निगरानी के लिये तैनात किया है। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतगणना में धांधली की कोशिशों का आरोप लगाते हुए ईवीएम की रखवाली के लिए अपनी पार्टी के 81 जिला प्रभारी नियुक्त किये हैं। प्रशासन ने भी हालात की गंभीरता को देखते हुए उपद्रव की आशंका के लिहाज से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं।
उत्तर प्रदेश में मतदान की प्रक्रिया सबसे लंबी चली। पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिये निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को चुनाव कार्यक्रम जारी किया था। इसके तहत उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 07 मार्च तक सात चरण में मतदान हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में लगभग 60.16 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2017 में 61.11 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को 62.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही नाै जिलों की 55 सीटों पर 14 फरवरी को हुए मतदान में 64.66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद 20 फरवरी को तीसरे चरण में बुंदेलखंड और कानपुर संभाग के 16 जिलों की 59 सीटों पर 62.28 प्रतिशत, चौथे चरण में 23 फरवरी काे अवध और प्रयाग क्षेत्र के नौ जिलों की 59 सीटों पर 62.76 प्रतिशत, पांचवें चरण में 27 फरवरी को 12 जिलों की 61 सीटों पर 58.35 प्रतिशत, छठे चरण में 03 मार्च को पूर्वांचल के 10 जिलों की 57 सीटों पर 56.43 प्रतिशत और सातवें एवं अंतिम चरण में 07 मार्च को पूर्वांचल के ही वाराणसी सहित नौ जिलों की 54 सीटों पर 57.73 प्रतिशत मतदान हुआ।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 39.67 प्रतिशत मत हासिल कर 312 सीटें जीत कर इतिहास बनाया था। वहीं, सपा को 47 सीटाें से संतोष करना पड़ा था और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 19 एवं कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिल सकी थी।
इस चुनाव में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है उनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री तथा सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा योगी सरकार के तमाम मंत्री शामिल हैं। योगी खुद गोरखपुर सदर सीट से, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी जिले की सिराथू सीट से और सपा अध्यक्ष अखिलेश मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव मैदान में है। योगी को गोरखपुर सदर सीट पर सपा की सुभावती शुक्ला चुनौती दे रही हैं जबकि करहल में केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल बतौर भाजपा उम्मीदवार अखिलेश के सामने चुनाव मैदान में हैं।
अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही देवरिया की पथरदेवा सीट, परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इनके अलावा सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान रामपुर सदर सीट से और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खान रामपुर जिले की स्वार सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। एक अन्य बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी मऊ सीट से सुभासपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं।...////...