16-Dec-2024 07:39 PM
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नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (संवाददाता) देश के निर्यातकों के संघों के महासंघ फियो के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने सोमवार को कहा कि भारत के वाणिज्यक वस्तुत निर्यात में 4.85 प्रतिशत की गिरावट मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के जारी रहने के कारण है।
श्री कुमार ने नवंबर के निर्यात आयात आंकड़ों पर एक बयान में कहा कि कच्चे तेल और धातु की कीमतों में उतार-चढ़ाव के साथ-साथ चल रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यवधानों ने भी कुछ हद तक मूल्य के हिसाब से भारत के निर्यात को प्रभावित किया है।
फियो प्रमुख ने कहा कि नवंबर में आयात 27 प्रतिशत बढ़कर 69.95 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 55.06 अरब डॉलर था। इसका मुख्य कारण नवंबर में सोने का आयात था, जो 14.8 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जिसके परिणामस्वरूप इस महीने के दौरान 37.84 अरब डॉलर का रिकार्ड व्यापार घाटा हुआ।
फियो अध्यक्ष ने फिर कहा है कि समय की तत्काल आवश्यकता है कि निर्यात क्षेत्र के लिए कर्ज की राशि बढ़ाने के मामले में शीघ्रता पूर्वकऔर तत्काल कदम उठाए जाएं, जिसमें ब्याज सहायता बढ़ाने और कम से कम 5 वर्षों के लिए ब्याज समानीकरण योजना का विस्तार शामिल हो।
उन्होंने कहा है कि ब्याज समतुल्यीकरण योजना में प्रति कंपनी 50 लाख रुपये की सीमा लागू होने से कई एमएसएमई प्रभावित हुए हैं और वे आगे की सब्सिडी न मिलने के कारण ऑर्डर पर निर्णय लेने में असमर्थ हैं।
इंजीनियरिंग वस्तु निर्यातकों के फोरम ईईपीसी (इंडिया) के अध्यक्ष पंकज चड्ढा के नवंबर के आंकड़ों पर कहा कि बाहरी मोर्चे पर चुनौतियों और अनिश्चितताओं के बावजूद इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में पिछले सात महीनों से लगातार वृद्धि जारी है।...////...