10-Nov-2021 09:40 PM
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ग्लास्गो(ब्रिटेन), 10 नवंबर (AGENCY) अमेरिका वैश्विक स्तर पर सौर-ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भारत के नेतृत्व में शुरू की गई अंतराष्ट्रीय सौर-ऊर्जा गठबंधन का औपचारिक रूप से सदस्य बन गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के जलवायु मामलों के विशेष दूत जॉन केरी ने यहां चल रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (सीओपी26) के दौरान बुधवार को पार्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के मंत्री भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में गठबंधन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये और दस्तावेज के आदान- प्रदान किया। अमेरिका इस गठबंधन का 101वां सदस्य देश है।
श्री यादव ने एक ट्वीट में कहा, 'खुशी है कि अब यूएसए (अमेरिका) औपचारिक रूप से अंतराष्ट्रीय सौर-ऊर्जा गठबंधन का हिस्सेदार बन गया है। इस दूरदर्शी पहल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 के पेरिस जलवायु सम्मेलन में की थी। अब इस गठबंधन में सदस्य देशों की संख्या 101 हो गई है।'
अंतरराष्ट्रीय सौर ऊर्जा गठबंधन के महानिदेशक डॉ. अजय माथुर ने कहा कि आज गठबंधन को अमेरिका का साथ मिलना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह इस बात को दर्शाता है कि पूरी दुनिया के देशों ने सौर ऊर्जा के आर्थिक लाभ और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में इसके महत्व को स्वीकार किया है। सौर ऊर्जा में वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य को बदलने की क्षमता है।
इस बीच श्री यादव ने ग्लास्गो जलवायु सम्मेलन में बुधवार को ब्राजील के प्रतिनिधि मंडल के साथ भी एक बैठक की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के पार्यावरण मंत्री जोवाक्विम पेरिएरा लिए्ट कर रहे थे। श्री यादव ने कहा कि भारत और ब्राजील दोनों देशों के सामने एक स्वच्छ और हरित अर्थव्यवस्था सृजित करने का दायित्व है। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत थे कि इसके लिए विकसित देशों से वित्तिय संसाधनों का प्रवाह बहुत जरूरी है।...////...