12-Aug-2022 08:32 PM
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सुरेन्द्रनगर, 12 अगस्त (AGENCY) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को कहा कि वन महोत्सव के कारण पिछले दो दशकों में वन क्षेत्र के बाहर वृक्षों की संख्या 25.10 करोड़ के मुकाबले 54 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 39.57 करोड़ हो गई है।
श्री पटेल ने सुरेन्द्रनगर में 73वें वन महोत्सव के राज्य स्तरीय समारोह के अवसर पर सांस्कृतिक वन-‘वटेश्वर वन’ के लोकार्पण अवसर पर कहा कि वन महोत्सव के माध्यम से राज्य में पिछले दो दशक में वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है। वन महोत्सव के चलते पिछले दो दशकों में वन क्षेत्र के बाहर वृक्षों की संख्या 25.10 करोड़ के मुकाबले 54 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ आज 39.57 करोड़ हो गई है।
उन्होंने कहा कि 2003 में जहां प्रति हेक्टेयर 14 वृक्ष थे, वहीं आज प्रति हेक्टेयर 25 वृक्ष हैं। इससे पूरे गुजरात में वन क्षेत्र के दायरे के साथ-साथ वृक्षों की संख्या में भी कई गुना वृद्धि हुई है। वन महोत्सव से लोगों में ‘पौधे में ईश्वर का वास’ की भावना अधिक प्रबल बनी है।
श्री पटेल ने कहा कि कोरोना काल में लोगों ने ऑक्सीजन की आवश्यकता को महसूस किया है। वृक्ष प्रकृति की अनमोल भेंट हैं, इनका संरक्षण और जतन करना हम सभी का सामूहिक दायित्व है। सरकार ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत राज्य में 75 स्थलों पर ‘नमो वड वन’ यानी बरगद के वृक्षों का वन स्थापित करने का आयोजन किया है, जिसकी आज यहां शुरुआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों से अपने जीवनकाल के दौरान कम से कम एक पौधा लगाने और उसकी देखरेख करने तथा सुरेन्द्रनगर एवं राज्य की जनता से वटेश्वर वन को देखने और यहां की सुविधाओं का लाभ उठाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों में राष्ट्र भावना प्रबल हो और हृदय में राष्ट्रीयता की भावना जाग्रत रहे, इसके लिए सभी लोगों से अपने-अपने घरों, कार्यालयों या कामकाज के स्थलों पर तिरंगा फहराकर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में सहभागी बनने की अपील की है।...////...