26-Dec-2024 05:49 PM
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श्रीनगर 26 दिसंबर (संवाददाता) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि वर्तमान केंद्र शासित प्रदेश दर्जे के तहत कुछ सार्वजनिक मुद्दों का प्रभावी ढंग से समाधान नहीं किया जा सकता।
श्री अब्दुल्ला ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, 'हम लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए उनसे संपर्क कर रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें केन्द्र शासित दर्जे के तहत तुरंत हल नहीं किया जा सकता। कुछ मुद्दे स्वाभाविक रूप से केन्द्र शासित दर्जे से जुड़े हैं और उन्हें पर्याप्त रूप से संबोधित करने के लिए हमें केंद्र से राज्य का दर्जा वापस लेने की जरुरत है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों की शिकायतों को सक्रिय रूप से सुन रहे हैं और आश्वासन दे रहे हैं क्योंकि यह सरकार उनके द्वारा चुनी गई है। हम जनता से जुड़ना जारी रखेंगे और उनकी चिंताओं का समाधान करेंगे। उन्होंने अनिर्धारित बिजली कटौती के मुद्दे को संबोधित करते हुए घाटी में भीषण ठंड और चल रहे शुष्क मौसम से उत्पन्न चुनौतियों को स्वीकार किया। उन्होंने कहा 'घाटी लगातार शुष्क मौसम के साथ अत्यधिक ठंड की स्थिति का सामना कर रही है, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि हिमपात हो ताकि इन कठिन परिस्थितियों से राहत मिल सके।'
उन्होंने अनिर्धारित बिजली कटौती के बारे में कहा, 'घाटी में अत्यधिक ठंड है और मौसम शुष्क बना हुआ है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि बर्फबारी हो ताकि इन कठिन मौसम स्थितियों से निपटा जा सके। अनिर्धारित बिजली कटौती तभी होती है जब सिस्टम पर अधिक लोड महसूस होता है। जैसे-जैसे अधिक स्मार्ट मीटरिंग लगाई जाएगी अनिर्धारित बिजली कटौती कम होगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं समझता हूं कि हम जम्मू-कश्मीर को ऐसी जगह ले जा सकते हैं जहां 100 प्रतिशत मीटरिंग होगी ताकि लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सके।' उन्होंने कहा कि प्रशासन को उम्मीद है कि सर्दियों के दौरान घाटी में बिजली कटौती कम होगी और पानी की आपूर्ति बिना किसी रुकावट के चलती रहेगी।
श्री अब्दुल्ला ने श्रीनगर-दिल्ली रेल कनेक्शन के बारे में कहा, 'हम यह भी चाहते हैं कि यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो ताकि कश्मीर घाटी यात्रियों के लिए रेल से जुड़ सके।...////...