विकासशील देशों को जलवायु वित्त एवं पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकियों उपलब्ध कराने की अपील
09-Dec-2021 07:07 PM 4487
नयी दिल्ली 09 दिसंबर (AGENCY) केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज जी 20 देशों से इस बात पर विचार-विमर्श करने का आह्वान किया कि विकासशील देशों को जलवायु वित्त और पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियां कैसे उपलब्ध कराई जा सकती हैं, ताकि पर्यावरण-अनुकूल विकास की दिशा में उनके प्रयासों को प्रोत्साहन दिया जा सके और इनमें तेजी लाई जा सके। श्रीमती सीतारमण ने “रिकवर टूगेदर, रिकवर स्ट्रांगर” विषय पर आयोजित जी-20सेमिनार में भाग लिया। उन्होंने जी20 अध्यक्ष इंडोनेशिया द्वारा बाली में आयोजित जी20 अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में वर्चुअल रूप में भाग लिया। वित्त मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूत, स्थायी, संतुलित और समावेशी की स्थिति को फिर से प्राप्त करने के लिए सभी देशों की सामूहिक प्रगति सुनिश्चित करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में बहुपक्षवाद और सामूहिक कार्य की भूमिका महत्वपूर्ण है। श्रीमती सीतारमण ने वैश्विक स्तर पर फिर से पहले की बेहतर स्थिति को प्राप्त करने में समावेश, निवेश, नवाचार और संस्थानों के महत्व को भी रेखांकित किया। वित्त मंत्री ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फिर से पहले की स्थिति प्राप्त करने में असमानताओं को समाप्त करने के साथ टीकों औरदवाओं को किफायती बनाने तथा इन तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया। इस संदर्भ में श्रीमती सीतारमण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अब तक भारत टीकों की 1.25 अरब से अधिक डोज दे चुका है और 90 से अधिक देशों को 7.2 करोड़ से अधिक वैक्सीनों की आपूर्ति की है, जिनमें अनुदान के रूप में दिए गए टीके भी शामिल हैं। यह वैश्विक स्तर पर समन्वित होकर कार्य करने के सन्दर्भ में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वित्त मंत्री ने विकास पथ पर त्वरित और स्थिर वापसी को सक्षम बनाने के लिए अवसंरचना के निवेश में वृद्धि के महत्व पर जोर दिया। श्रीमती सीतारमण ने इस बात पर भी जोर दिया कि पर्यावरण-अनुकूल निवेश, सरकारों के पुनर्निर्माण के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - mpenews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^