25-Oct-2023 08:30 PM
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ईटानगर, 25 अक्टूबर (संवाददाता) अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने घोषणा की है कि आजादी से पहले स्थापित राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों को ‘हेरिटेज स्कूल’ घोषित किया जाएगा और उनके परिसर में एक संग्रहालय के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
श्री खांडू ने यह आश्वासन पूर्वी सियांग जिले के पासीघाट के पास सरकारी माध्यमिक विद्यालय (जीएसएस), बालेक के प्लैटिनम जुबली समारोह के आयोजकों द्वारा स्कूल को ‘हेरिटेज स्कूल’ घोषित करने के अनुरोध पर दिया।
वर्ष 1946 में एक निम्न प्राथमिक विद्यालय के रूप में स्थापित जीएसएस बालेक अपनी स्थापना का 75वां वर्ष मना रहा है।
उन्होंने कहा,“न केवल इस स्कूल को बल्कि राज्य के सभी स्वतंत्रता-पूर्व सरकारी स्कूलों को अपने समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित करने वाले एक संग्रहालय के साथ ‘हेरिटेज स्कूल’ घोषित किया जाएगा।”
एक अन्य अनुरोध पर,श्री खांडू ने स्कूल शिक्षा उप निदेशक (डीडीएसई), पूर्वी सियांग को स्कूल को उच्च माध्यमिक विद्यालय में अपग्रेड करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सरकार को एक औपचारिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक अवसर है। स्कूल की 75 वर्षों की यात्रा इस तथ्य को देखते हुए एक बड़ा मील का पत्थर है कि अरुणाचल प्रदेश का जन्म 1972 में केंद्र शासित प्रदेश के रूप में हुआ था और 1987 में पूर्ण राज्य बन गया। ”
उन्होंने 75 वर्षों की लंबी यात्रा में कई दिग्गजों को पैदा करने के लिए विद्यालय की सराहना की और उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका निधन हो चुका है और जो लोग विभिन्न क्षमताओं में राज्य सेवा कर रहे हैं और जो सेवानिवृत्त हो गए हैं उन्हें बधाई दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आजादी से पहले तीन से चार विद्यालय थे, लेकिन मौजूदा समय समें राज्य में 3,000 से अधिक सरकारी विद्यालय हैं।
श्री खांडू ने कहा,“हमने विशेष रूप से शिक्षा क्षेत्र में भारी चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हमने अपनी प्रगति को स्थिर रखा है।” इस दौरान उन्होंने मात्रा के बजाय गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा,“हमने इन विद्यालयों में दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिए बिना स्कूलों के बाद स्कूल स्थापित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है।...////...