10-Jan-2022 07:36 PM
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रांची, 10 जनवरी (AGENCY)"न भूतो न भविष्यति" झारखंड में ऐसी सरकार न बनी थी न बनेगी की संज्ञा देते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमन्त सरकार पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि देश की सबसे कमजोर व सबसे अक्षम मुख्यमंत्री के दो वर्षों के कार्यकाल में एक भी योजना नहीं, जिसका हेमन्त सरकार ने शिलान्यास और उद्घाटन किया हो।
श्री दास ने आज भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूर्व की बीजेपी की सरकार के कार्यों का उद्घाटन यह सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता की सरकार नहीं बल्कि परिवार के संरक्षण में सिंडिकेट, माफिया और बिचौलियों की सरकार चल रही है। जंगलों की कटाई, बालू की ढुलाई, खनिज संपदा का दोहन अपने चरम सीमा पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय की टिपण्णी "लोग जानवर की तरह जी रहे हैं" सरकार की स्थिति बताने के लिए काफी है। हेमन्त सरकार ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक भी फाइल बिना सीएमओ में कमिसन दिए पास नहीं होता। योजना स्वीकृति पर कमिसन, टेंडर फाइनल होने पर कमीसन, योजना आवंटन होने पर कमिसन, और ट्रेजरी बिल पास करने पर कमिसन लगता है। प्रत्येक स्तर पर कमिसन का खेल खेला जा रहा है।
श्री दास ने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार ने स्थानीय को नौकरी के प्रावधान के लिए हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, उर्दू बांग्ला व नौ जनजातीय भाषा शामिल कर नियोजन नीति बनाया था। एक लाख को नौकरी दिया था। दो वर्षों में 18068 शिक्षक, 9162 पुलिसकर्मी, समेत 31 हजार सरकारी नियुक्ति व 10 हजार को स्वरोजगार से जोड़ा गया था। एक लाख सखी मंडल का गठन कर 15 लाख महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया था। किंतु इस सरकार ने पहले वर्ष 5 लाख को सरकारी नौकरी का वादा, नौकरी नहीं तो भत्ता देने का वादा किया था किंतु नियुक्ति तो नहीं 13 हजार की नौकरी छिनने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में 13 शेड्यूल और 11 नॉन शेड्यूल जिलों में 9 हजार शिक्षकों की बहाली किया था। किंतु हेमन्त सरकार ने हाईकोर्ट में गलत नियोजन नीति बताया, कोर्ट ने फैसला दिया फिर हेमन्त सरकार ही सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कहने लगी। कुल मिलाकर इस सरकार को क्या करना है यह भी पता नहीं, सरकार टोटली कन्फ्यूज़्ड है।...////...