20-Dec-2021 10:30 PM
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पुणे, 20 दिसम्बर (AGENCY) महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सार्वजनिक क्षेत्र की कई प्रमुख कंपनियों को उनके कुछ उद्योगपति मित्रों को बेच दिया है, यह हास्यास्पद है कि देश की सबसे बड़ी 'डीलर' और 'ब्रोकर' भाजपा अब कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना पर आरोप लगा रही है।
केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पुणे में महाराष्ट्र सरकार में शामिल दलों पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए श्री पटोेले ने कहा कि देश की जनता अच्छी तरह से जानती है कि किस पार्टी ने विमुद्रीकरण के दौरान करोड़ों रुपये के पुराने नोटों को बदला और राफेल घोटाला आज भी लोगों की याद में ताजा है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि श्री शाह कांग्रेस पार्टी द्वारा शुरू की गई एक योजना का श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'डीबीटी' (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना एक जनवरी, 2013 को कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने शुरू की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा, कांग्रेस की प्रसिद्ध नीतियों का उपयोग कर, अपनी नीति बताती है और बिना झिझक झूठ बोलती है। भाजपा एमवीए के सहयोगियों पर डीबीटी का मतलब बदल कर 'डीलर', 'ब्रोकर' और 'ट्रांसफर' बता रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सही मायने में खुद देश के सबसे बड़े 'डीलर' और 'ब्रोकर' हैं। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में किसने ठगे करोड़ों रुपये। किस पार्टी के नेताओं ने विमुद्रीकरण के दौरान नोट बदलने में दलाली खायी। जनता यह भी जानती है कि 'सार्वजनिक बैंकों, एयरलाइनों, हवाई अड्डों, रेलवे, सड़कों, बीमा कंपनियों को निजी उद्योगपतियों के हाथों में किसने सौंपा। इसलिए भाजपा को एमवीए सरकार को बदनाम करना बंद कर देना चाहिए।
श्री पटोले ने कहा कि श्री शाह का महाराष्ट्र सरकार का इस्तीफा देकर चुनाव कराने का बयान गलत है। उन्हें लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिए।
श्री पटोले ने कहा कि सत्ता के भूखे लोग ही इस तरह के बयान दे सकते हैं। यदि वे महाराष्ट्र सरकार को इस्तीफा देकर चुनाव करने की बात करते हैं तो उन्हें भी केन्द्र सरकार को बर्खास्त कर दोबारा चुनाव कराना चाहिए, तब पता चलेगा कि देश की जनता में उनके खिलाफ कितना असंतोष है। श्री पटोले ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उपरोक्त
बातें कही है।
गौरतलब है कि श्री शाह ने कहा था कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को खोजना पड़ रहा है, इसके जवाब में श्री पटोले ने कहा कि स्वयं हिंदुओं का राजदूत कहने वाले तब कहां थे, जब कोरोना काल में लोग अपनी जान गंवा रहे थे, तब प्रधानमंत्री लापता थे और केवल टीवी पर दिखाई दे रहे थे। जब किसान 14 महीने से दिल्ली की सीमा पर धरना दे रहे थे तो प्रधानमंत्री किसानों से मुलाकात करते नहीं दिखे, वह कहां थे।...////...