26-Jul-2023 08:06 PM
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नयी दिल्ली, 26 जुलाई (संवाददाता) कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव अकेले कांग्रेस लेकर नहीं आई बल्कि यह इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों की ओर से लाया गया एक सामूहिक प्रस्ताव है और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस पर गुरुवार से ही चर्चा आरंभ करवानी चाहिए।
कांग्रेस के लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि 84 दिन से मणिपुर जल रहा है और वहां के हालात बहुत खराब हो चुके हैं इसलिए इसलिए मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाने की ज़रूरत महसूस हुई है। उनका कहना था कि इंडिया गठबंधन नियम 198 के तहत अविश्वास प्रस्ताव लाया है और इस पर होने वाली चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “मणिपुर में पिछले 84 दिन से हालात बेहत ख़राब हो गये हैं और क़ानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। राज्य में समुदायों में बंट गया है और उनके बीच जातीय संघर्ष चल रहा है। वहां सरकार जैसी कोई चीज़ नहीं है। राज्यपाल अपने पास उपलब्ध संवैधानिक साधनों का उपयोग नहीं कर रही हैं।”
श्री तिवारी ने कहा कि सदन की परंपरा रही है कि जब लोकसभा अध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर कर लिया जाता है तो अन्य सभी विधायी कामकाज रोककर प्राथमिकता से उस पर चर्चा की जाती है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को ही प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कर दी जानी चाहिए और प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देना चाहिए और दोनों सदनों में मणिपुर पर विस्तृत बयान देना चाहिए क्योंकि कई सवालों के जवाब केवल सरकार का शीर्ष नेतृत्व ही दे सकता है। उन्होंने सवाल किया कि अगर प्रधानमंत्री संसद के बाहर वक्तव्य दे सकते हैं तो वे संसद के अंदर बोलने से क्यों हिचकिचा रहे हैं।...////...