25-Mar-2022 11:29 PM
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ढाका, 25 मार्च (AGENCY) बांग्लादेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव मिर्जा फखरूल इस्लाम आलमगीर ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ मुक्ति संग्राम का सारा श्रेय अपने पिता शेख मुजीबुर रहमान को देने के लिए शेख हसीना सरकार को फटकार लगाई है।
आलमगीर ने दावा किया कि बीएनपी अध्यक्ष खालिदा जिया देश की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्होंने कहा कि मुक्ति संग्राम की शुरुआत में उनके साहस ने ही चीजों को संभव बनाया।
शुक्रवार दोपहर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आलमगीर ने कहा कि खालिदा जिया जियाउर रहमान की पत्नी और एक गृहिणी रही हैं।
उनके विद्रोह के बाद पाकिस्तानी कमांडर ने 8 बंगाल रेजीमेंट के कमांडर सोहराब और अन्य सैनिकों को निशस्त्र करने का प्रयास किया। तभी खालिदा जिया ने उनसे कहा, "जब तक जियाउर रहमान वापस नहीं आ जाते, तब तक आत्मसमर्पण मत करो।"
बीएनपी की स्थायी समिति के सदस्य खांडाकर मुशर्रफ हुसैन ने प्रेस वार्ता में घोषणा की कि 27 मार्च को कलूरघाट रेडियो स्टेशन पर देश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
उन्होंने कहा, "26 मार्च 1971 को शहीद राष्ट्रपति जियाउर रहमान बीर उत्तम ने पाकिस्तान के खिलाफ विद्रोह की घोषणा करते हुए चट्टोग्राम में कलूरघाट रेडियो स्टेशन से स्वतंत्रता की घोषणा की और स्वतंत्रता-प्रेमी लोगों से स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने का आह्वान किया।"
उन्होंने कहा, "कलूरघाट रेडियो स्टेशन एक ऐतिहासिक घटना औऱ मुक्ति संग्राम की शुरुआत का केंद्र था। हमने 27 मार्च को इस ऐतिहासिक स्थान पर श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है।...////...