20-Dec-2021 09:32 PM
4573
इंदौर, 20 दिसंबर (AGENCY) पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन ने कहा है कि जब हम सत्ता में नहीं थे तब भी, हमारी संख्या कम थी तब भी, और आज सत्ता में है तब भी हम सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र को सर्वोपरी और प्रथम, सदैव प्रथम मानकर कार्य करते हैं।
श्रीमती महाजन यहां भाजपा की इंदौर इकाई के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के द्वितीय दिवस पर बतौर प्रमुख वक्ता सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने आगे कहा हम राष्ट्र के लिये खड़े होते है, जिसमें राष्ट्र का हित हो वह बात कोई भी कहे हम उसके साथ होते है। सबको साथ रखकर राष्ट्र निर्माण करने में विश्वास रखते है। भारतीय जनसंघ की स्थापना भी इसी भाव से हुई थी। भाजपा के संस्थापक पं. दीनदयाल के विचारों से सहमत होकर पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक वह विकास पहुंचे तब ही तो देश का विकास कहलायेगा। यदि हम सत्ता में आ गये है तो हमें सुशासन देना है, सुशासन का मतलब जिसके लिये हम काम कर है उसके तक पहुंचे भी।
इंदौर की पूर्व सांसद श्रीमती महाजन ने कहा कि संगठन मजबूत होना चाहिए, इसके लिये हमारा परस्पर संवाद होना चाहिए। हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। अपनी कार्यपद्धति और संगठन संरचना में हमारी भूमिका विषय पर विस्तारपूर्वक बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद की राजनीति का वैचारिक अधिष्ठान मुख्यतः पाश्चात्य रहा है। आजादी के पूर्व का गांधी विचार लोकमान्य तिलक के विचार जिनका अधिष्ठान भारतीयता था, उन्हें पूरी तरह भुला दिया गया, यहां तक भारत माता की जय एवं वन्दे मातरम् के उद्घोष से परहेज करने लगे। जब देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिये आंदोलन चला तो उसमें सभी लोगों ने एक विचार के साथ काम किया और तय किया कि देश को स्वतंत्र करना है।...////...