'भारत के 'विश्व गुरु' बनने का रास्ता कश्मीर से जाता है, जी-7, जी-20 या क्वाड से नहीं'
28-Jul-2022 11:22 PM 7279
श्रीनगर 28 जुलाई (AGENCY) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि भारत के 'विश्व गुरु' बनने का रास्ता कश्मीर और दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) से होकर जाता है, जी-7, जी-20 या क्वाड से नहीं। सुश्री महबूबा ने कहा कि भारत 'विश्व गुरु' बन जाएगा क्योंकि उसके पास वह शक्ति है, उसके पास लोकतंत्र है और धर्मनिरपेक्षता है। उन्होंने श्रीनगर में पीडीपी के 23वें स्थापना दिवस पर एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "आज के समय में आप (भाजपा) इसे तोड़ रहे हैं।" उन्होंने कहा, “अगर आप (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) देश को 'विश्व गुरु' बनाना चाहते हैं, तो इसका रास्ता जम्मू-कश्मीर और सार्क से होकर जाता है, न कि जी7, जी20 या क्वाड से। अगर भारत सार्क का गुरु नहीं हो सकता है, तो वह दुनिया का गुरु नहीं हो सकता है। जब तक आप कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं करेंगे, यह आपके पैरों की बेड़ियों में से एक रहेगा।" इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को विश्व शांति क्षेत्र घोषित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “सभी सार्क देशों को यहां निवेश करने दें। उन्हें यहां अपने बैंक खोलने दें, उनके हस्तशिल्प विश्वविद्यालय खोले जाएं, सभी को स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति दी जाए, सभी मार्ग खोले जाएं।” उन्होंने कहा वह पाकिस्तान के बारे में बात करना जारी रखेंगी, क्योंकि देश के साथ संबंध सीधे जम्मू-कश्मीर के लोगों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की सीमा न केवल जम्मू-कश्मीर, बल्कि पंजाब, राजस्थान, गुजरात से भी लगती है, लेकिन गोलीबारी या युद्ध हमारी सीमाओं पर ही होता है। दस लाख की फौज सिर्फ जम्मू-कश्मीर में है। जम्मू-कश्मीर के अंदर भी जंग चल रही है। इसलिए, जब तक आप पाकिस्तान के साथ अपने संबंध नहीं सुधारेंगे और उनसे बात नहीं करेंगे, तब तक जम्मू-कश्मीर युद्ध का मैदान बनने से कैसे रुकेगा?” प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि अगर वह कश्मीर मुद्दे को सुलझाते हैं तो उन्हें इतिहास में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा, "आपको मस्जिदों को तोड़ने और सड़कों तथा शहरों के नाम बदलने के लिए याद नहीं किया जाएगा, लेकिन अगर आप कश्मीर मुद्दे को सुलझाते हैं तो आपको इतिहास में याद किया जाएगा।" सुश्री महबूबा ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना को लेकर पाकिस्तान और चीन की तारीफ की। उन्होंने कहा, “सीपीईसी का मार्ग अन्य जम्मू-कश्मीर से होकर मध्य एशिया तक जाता है। पाकिस्तान और चीन ने कहा है कि सभी देश सीपीईसी का हिस्सा बन सकते हैं। आपने (भारत सरकार) कहा ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन वे ऐसा करेंगे और वे नहीं रुकेंगे, क्योंकि आपने ऐसा कहा था। जब उन्होंने ऐसा कहा. तो क्या आपने अनुच्छे 370 को निरस्त करने से रोक दिया? नहीं, आपने आगे बढ़कर यहां सब कुछ बर्बाद कर दिया। दूसरा जम्मू-कश्मीर भाग्यशाली है कि उसकी रणनीतिक स्थिति का इस्तेमाल मध्य और दक्षिण एशिया का प्रवेश द्वार बनने के लिए किया जा रहा है। आप इस जम्मू-कश्मीर के रास्ते क्यों नहीं खोलते?" उन्होंने "हर घर तिरंगा' अभियान द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का राजनीतिकरण करने के लिए सरकार पर भी निशाना साधा और लद्दाख में तिरंगा फहराने की चुनौती दी, जहां चीन ने भारतीय भूमि को "हथिया लिया।" उन्होंने कहा, "देश के झंडे को हर कोई सलाम करता है, लेकिन आपने इस ध्वज को राजनीतिक मुद्दा बना लिया है। अगर आपको तिरंगा फहराना है, तो लद्दाख में उस जमीन पर फहराइए, जहां चीन ने हमारे 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है। लेकिन आपने इस झंडे का राजनीतिकरण भी किया है।...////...
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