29-Jul-2022 07:22 PM
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श्रीनगर 29 जुलाई (AGENCY) अमरनाथ यात्रा से जुड़े छड़ी मुबारक (भगवान शिव की चांदी की गदा) को गुरुवार को श्रावण शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के अवसर पर श्रीनगर के हरि पर्वत स्थित प्राचीन ‘शारिका भवानी’ मंदिर में ले जाया गया।
छरी मुबारक के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में, गदा को सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार श्रावण शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के अवसर पर देवी को प्रणाम करने के लिए हरि पर्वत की एक पहाड़ी पर स्थित प्राचीन शारिका-भवानी मंदिर में ले जाया गया।
महंत गिरी ने यहां एक बयान में कहा कि करीब 90 मिनट तक चली प्रार्थना में बड़ी संख्या में साधुओं और श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
देवी शारिका-भवानी, जिन्हें मनीषियों के बीच ‘त्रिपुरसुंदरी’ के नाम से जाना जाता है, को श्रीनगर शहर की ‘इष्ट देवी’ (अध्यक्ष देवता) माना जाता है, जिन्होंने हरि पर्वत पर ‘शिला’ (पवित्र चट्टान) की एक आकृति में खुद को प्रकट किया था। उन्होंने कहा कि ‘छड़ी-स्थापना’ समारोह 31 जुलाई को श्री अमरेश्वर मंदिर अखाड़ा भवन बुधशाह चौक श्रीनगर में किया जाएगा और पारंपरिक ‘छड़ी-पूजन’ दो अगस्त को पड़ने वाली ‘नाग-पंचमी’ के अवसर पर किया जाएगा।
महंत गिरी ने बताया कि सात अगस्त को दशनामी अखाड़े से दक्षिण कश्मीर में 13500 फीट की ऊंचाई पर स्थित स्वामी अमरनाथ जी के पवित्र तीर्थ पर तीर्थयात्रा के मुख्य अनुष्ठान करने के लिए छड़ी-मुबारक ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 12 अगस्त को श्रावण-पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पारंपरिक पूजा और अनुष्ठान किया जाएगा।...////...