16-Feb-2022 10:57 PM
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नई दिल्ली 16 फरवरी (AGENCY) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के उत्तराधिकारी शहजादे तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सैन्य बलों के सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए 18 फरवरी को भारत-यूएई शिखर वार्ता करेंगे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार दोनों नेता इस अवसर पर दोनों पक्षों के बीच ऐतिहासिक और मित्रवत संबंधों को आगे बढ़ाने के संबंध में अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे ।
भारत-यूएई की शिखर बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि भारत में आजादी का अमृत महोत्सव और यूएई की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार, दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग तथा क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हाल के वर्षों में भारत का और यूएई के संबंधों में सभी क्षेत्रों में विस्तार हुआ है ।दोनों पक्ष आपस में व्यापक रणनीतिक भागीदारी का करार कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015, 2018 और 2019 में यूएई की यात्रा पर गए थे जबकि अबूधाबी के युवराज नह्यान ने वर्ष 2016 और 2017 में भारत की यात्रा की थी। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएई की तीन यात्राएं की और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी 2021 में यूएई की यात्रा पर गए थे।
दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी के समय स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एक दूसरे का सहयोग किया। दोनों के बीच व्यापार निवेश और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के संबंध भी मजबूत बने हुए हैं। दोनों पक्ष नवीकरणीय ऊर्जा स्टार्टअप, फिनटेक जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ान रहे हैं। भारत दुबई एक्सपो 2020 में भाग ले रहा है और वहां भारत का मंडप बड़े मंडपों में है ।
भारत भारत और यूएई के बीच सितंबर 2021 में व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते सीईपीए के लिए बातचीत शुरू हुई थी। यह वार्ता पूरी हो चुकी है। इस समझौते से दोनों पक्षों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों में नए आयाम जुड़ेंगे। यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। सीईपीए समझौते के बाद व्यापार और निवेश के संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है। यूएई में भारत के करीब 35 लाख लोग काम करते हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएई में भारतीय समुदाय को महामारी के दौरान मिली सहायता के लिए वहां के नेतृत्व की सराहना कर चुके हैं। यूएई के नेतृत्व ने में भी अपने यहां विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की है ।
वर्ष 2020 में महामारी के दौर में भारत का और यूएई ने विमान यात्रा को जारी रखने के लिए एयर बबल समझौता किया था ।इससे एक दूसरे के यहां लोगों का आना-जाना बना रहा।...////...