01-Dec-2021 09:21 PM
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नयी दिल्ली, 01 दिसंबर (AGENCY) सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि तापबिजली घरों के पास कोयले का स्टॉक बढ़ कर नौ दिन की जरूरत से ज्यादा का हो गया है और देश में कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के तमाम उपाय किए गए हैं।
कोयला, खान एवं संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘कोयला आधारित बिजली घरों के पास....कोयले का भंडार अब बढ़ कर 1.67 करोड़ टन से अधिक (25 नवंबर 2021 की स्थिति के अनुसार) हो गया है। यह उनकी नौ दिन तक की बिजली उत्पादन की जरूरत के लिए पर्याप्त है।”
उन्होंने माना कि बिजली की मांग बढ़ने तथा आयातित कोयले पर आधारित बिजली संयंत्रों में बिजली उत्पादन कम होने और बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से बिजली घरों के पास कोयले का स्टॉक घट कर आठ अक्टूबर 2021 की स्थिति के अनुसार 72 लाख टन रह गया था जो चार दिन की जरूत के लिए पर्याप्त है।
उसके बाद से उनके पास कोयले के स्टॉक में बढ़ोतरी हुई है। कोल इंडिया ने इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर के बीच कुल मिला कर 5.4 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की है। इससे पिछले वर्ष इसी अवधि में कंपनी ने करीब 2.38 करोड़ टन कोयला भेजा था। कोयला मंत्री ने बतया कि इस वर्ष आठ अक्टूबर को कोल इंडिया की खानों पर 4.023 करोड़ टन कोयला उपलब्ध था जो 24 नवंबर को 3.23 करोड़ टन था।
उन्होंने कोयला उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए राजस्व में हिस्सेदारी के आधार पर कोयले का वाणिज्यक खनन की व्यवस्था, उत्पादन का स्तर ऊंचा करने, रॉलिंग नीलामी और एकल खिड़की व्यवस्था जैसे उपाय किए गए हैं।...////...