14-Jun-2025 07:29 PM
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जिउक्वान 14 जून (संवाददाता) चीन ने शनिवार को एक विद्युत चुम्बकीय निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया जिससे देश की बड़ी प्राकृतिक आपदाओं की एकीकृत निगरानी बेहतर होने की उम्मीद है। एकीकृत निगरानी में ‘अंतरिक्ष-वायु-भूमि’ शामिल है।
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के अनुसार, लांग मार्च-2डी वाहक रॉकेट ने उत्तर-पश्चिम चीन के जिउक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से उड़ान भरी और झांगहेंग 1-02 उपग्रह को सफलतापूर्वक उसकी नियोजित कक्षा में पहुंचाया। उपग्रह की तैनाती देश की अंतरिक्ष आधारित भूभौतिकीय क्षेत्र अवलोकन क्षमता को बेहतर बनाने में नवीनतम उपलब्धि को दर्शाती है और इससे प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं के लिए अंतरिक्ष-वायु-भूमि एकीकृत निगरानी क्षमता को और मजबूती मिलेगी।
प्रशासन ने कहा कि झांगहेंग 1-02 के लिए 2019 में चीन और इटली के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया था। चाइना डेली की रिपोर्ट के अनुसार, छह वर्ष के लिए डिजाइन किए गए इस उपग्रह में नौ वैज्ञानिक पेलोड हैं, जिनमें चीन और इटली द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक विद्युत क्षेत्र डिटेक्टर और इटली द्वारा विकसित एक उच्च ऊर्जा कण डिटेक्टर भी शामिल है।
यह अंतरिक्ष यान वैश्विक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों, विद्युत चुम्बकीय तरंगों, आयनमंडल और तटस्थ वायुमंडल के वास्तविक समय की माप करेगा। यह भूवैज्ञानिक एवं मानवीय गतिविधियों के कारण होने वाली विद्युत चुम्बकीय विसंगतियों के साथ-साथ वायुमंडल में गरज एवं बिजली की गतिविधियों की जानकारी भी प्राप्त करेगा। इससे भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय गतिविधियों और तूफान जैसी बड़ी प्राकृतिक आपदाओं का जल्द पता लगाने, जोखिम का आकलन करने एवं पूर्व चेतावनी देने की चीन की क्षमताएं प्रभावी रूप से बढ़ जाएंगी।
विज्ञप्ति में कहा गया कि इसके अलावा, उपग्रह आपातकाल प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधन मानचित्रण, संचार एवं नौवहन के लिए डेटा सहायता प्रदान करेगा, और बेल्ट एंड रोड पहल में शामिल देशों के बीच संबंधित क्षेत्रों में वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।...////...