01-Apr-2022 10:25 PM
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उदयपुर 01 अप्रैल (AGENCY) राजस्थान के उदयपुर मेंअखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति की ओर से आज शाम एतिहासिक पिछोला झील में गणगौर घाट पर पहली बार काशी विश्वनाथ की तरह भव्य गंगा आरती कर आतिशबाजी के साथ सम्वत् 2078 को विदा किया गया।
अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि इससे पूर्व विक्रमादित्य संस्कृति चेतना यात्रा का गणगौर घाट पहुँचने पर 1008 स्वामी अवधेशानन्द जी महाराज के मुख्य आतिथ्य में भव्य स्वागत, गुरू पूजन और वन्दन किया गया।
मेवाड़ के आराध्य देव औएकलिंग से प्रारम्भ हुई विक्रमादित्य संस्कृति चेतना यात्रा का तुलसी सोप द्वारा, मेनारिया समाज द्वारा, अम्बेरी चौराहें पर, अरिहंत, सनाढ्य मार्बल द्वारा, राधिका पैलेस द्वारा, सुखेर चौराहें पर, भुवाणा, सेलेब्रेषन मॉल, आर के सर्किल पर भव्य स्वागत किया गया।
आर के सर्किल पर मोटरसाईकिल वाहनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। आर के सर्किल से पुला, फतेहपुरा चौराहा, सुखाड़िया सर्कल, रॉयल मोर्टस, पंचवटी, चेटक होते हुये हाथीपोल पहुँची। हिन्दू राज, सिख समाज, पटेल फ्लोर उदयपुर सेवा समिति, मिल्स, हंसा टेंट हाउस, बॉडी गैरज जिम, सिंधी समाज, भारत विकास परिषद, राजस्थान क्षत्रिय दमामि महासभा, बजरंग सेना, सोनी समाज, जैन समाज, कुमावत समाज, त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज, दशनाम गोस्वामी समाज, फूल माली समाज, भट मेवाड़ा समाज, कसेरा समाज, सोलंकी समाज सहित विभिन्न समाज, संगठनों ने भव्य स्वागत किया। हाथीपोल पर भारी भीड़ उमड़ी जिससे पद यात्रा न होकर वाहन से ही हाथीपोल से मोती चौहटा, घंटाघर होते हुये जगदीश मंदिर पहुँची।
जगदीश मंदिर प्रांगण में सप्त ज्योतियों का समागम किया गया जो गणगौर घाट पहुँची।...////...