27-Jan-2022 11:13 PM
6335
इटावा,27 जनवरी (AGENCY) समाजवादी पार्टी (सपा) महासचिव प्रो रामगोपाल यादव के बेहद करीबी और 2017 के चुनाव में सपा प्रत्याशी कुलदीप गुप्ता ने पार्टी आलाकमान पर भेदभाव का आरोप लगाते हुये इस्तीफा दे दिया है और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
सपा के कर्मठ नेताओं की फेहरिस्त में शामिल कुलदीप गुप्ता संटू ने गुरूवार को बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और पार्टी ने उन्हें इटावा सदर सीट से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। कुलदीप के बसपा से उम्मीदवार घोषित होने के बाद इटावा के चुनाव के रोचक होने के कयास लगाये जाने लगे हैं।
पत्रकारो से बातचीत में कुलदीप ने आरोप लगाया कि सपा में जमीनी कार्यकर्ताओ का सम्मान नही हो रहा है। सदर विधानसभा सीट के लिये एक निष्क्रिय व्यक्ति को टिकट दिया गया। सपा गठबन्धन के किसी व्यक्ति चाहे रघुराज सिंह शाक्य हो या हरि किशोर तिवारी या कोई अन्य सक्रिय कार्यकर्ता को टिकट दिया जाता तो वो साथ खड़े होते लेकिन पार्टी ने एक निष्क्रिय कार्यकर्ता को टिकिट दे दिया जिसकी वजह से वो पार्टी से इस्तीफा दे रहे है।
संटू के अचानक सपा छोड़ने से इटावा की राजनीति में उबाल आ गया है। बसपा प्रत्याशी बनाये जाने से सदर सीट का समीकरण बिगड़ गया। इसे सपा के लिये जिले में बड़ा झटका माना जा रहा है। प्रो रामगोपाल के बेहद करीबी माने जाने वाले कुलदीप ने 2012 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नगर पालिका परिषद चेयरमैन का चुनाव जीता था। उसके बाद 2017 में सपा के इटावा सदर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा था, उन्हे 74 हज़ार मत मिले थे लेकिन वो वर्तमान विधायक सरिता भदौरिया से चुनाव हार गए थे।
कुलदीप गुप्ता 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सपा के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। बगावत के पीछे कहा जाता है कि कुलदीप पिछले पांच साल से सपा के लिए लगन और मेहनत से काम करने में जुटे हुए थे । उम्मीद थी कि साल 2022 में उनको विधानसभा चुनाव में हर हाल में टिकट दिया जाएगा लेकिन समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के बीच हुए गठबंधन के तहत उनका टिकट खटाई में पड़ गया।
पार्टी के भीतरी सूत्रों का कहना है कि कुलदीप गुप्ता को टिकट के लिए प्रो. रामगोपाल ने कोशिश की लेकिन प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल अपने करीबी पूर्व विधायक रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिलाने के लिए अड़ गए। वैसे इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटावा सदर विधानसभा सीट से राज्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष हर किशोर तिवारी को टिकट देने का वादा कर दिया था लेकिन जब यह टिकट का विवाद शुरू हुआ तो उन्होंने हर किशोर तिवारी ,कुलदीप गुप्ता और रघुराज सिंह शाक्य को टिकट ना दे कर के इटावा के तीन दफा सांसद रहे रामसिंह शाक्य के बेटे सर्वेश शाक्य को टिकट दे दिया।...////...