23-Feb-2024 08:45 PM
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मुंबई 23 फरवरी (संवाददाता) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने शुक्रवार को वरिष्ठ शिवसेना नेता, लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि समय ने महाराष्ट्र के बेटे को छीन लिया।
श्री शिंदे ने अपने शोक संदेश में कहा, "पार्षद, महापौर से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष बनने तक की उनकी यात्रा राजनीति और सामाजिक क्षेत्रों में काम करने के लिए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकाश की किरण होगी।"
उन्होंने कहा, "वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व थे और राजनीतिक एवं संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली में गहरी आस्था रखते थे। उन्होंने जहां भी काम किया, वहां अपनी छाप छोड़ी।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "श्री जोशी अखिल भारतीय महापौर परिषद के अध्यक्ष, राष्ट्रीय विपक्षी नेता संघ के संस्थापक और विश्व मराठी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की स्थापना में सहायक रहे। उन्होंने महाराष्ट्र में निवेश के लिए 'एडवांटेज महाराष्ट्र' और कृषि में निवेश के लिए 'एग्रो एडवांटेज महाराष्ट्र' की अवधारणाओं को मूर्त रूप दिया। वह अपने प्रखर विचारों और वाणी के लिए विख्यात थे।"
श्री शिंदे ने कहा कि श्री जोशी का निधन उनके लिए व्यक्तिगत स्तर पर एक बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा, "हमने एक सुसंस्कृत, महत्वाकांक्षी नेता खो दिया है, जिनके पास महाराष्ट्र के विकास के लिए सर्वांगीण दृष्टिकोण था। यह शिव सेना पार्टी के लिए भी एक बड़ी क्षति है।"
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने श्री जोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें एक वफादार, विद्वान, अनुभवी और सुसंस्कृत नेता बताया।
श्री जोशी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए श्री पटोले ने कहा कि वह बहुत गरीब परिवार से आते थे, लेकिन मुंबई के नगरसेवक, महापौर, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में अपनी लंबी राजनीतिक यात्रा के दौरान कड़ी मेहनत के जरिये आगे बढ़े।
श्री पटोले ने कहा,'उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन अपनी निष्ठा और विचारों से कभी समझौता नहीं किया।...////...