22-May-2024 05:39 PM
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श्रीनगर, 22 मई (संवाददाता) जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार को बारामूला लोकसभा क्षेत्र में भारी मतदान का श्रेय नहीं लेना चाहिए।
श्री उमर बारामूला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में अधिक मतदान प्रतिशत के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट की प्रतिक्रिया दे रहे थे। बारामूला में लोकसभा चुनाव के लिए 20 मई को मतदान हुआ था।
नेकां उपाध्यक्ष ने यहां संवाददाताओं से कहा, “लोगों ने साहस दिखाया और बड़ी संख्या में बाहर आए और मतदान के अपने अधिकार का प्रयोग किया।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को बारामूला लोकसभा क्षेत्र में भारी मतदान का श्रेय नहीं लेना चाहिए।
श्री उमर ने पूछा, “अगर केंद्र इसे अनुच्छेद 370 से जोड़ना चाहता है तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि 1990 से पहले जो चुनाव होते थे उनमें आज की तुलना में बेहतर मतदान होता था।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सरकार “बेताज बादशाह” की तरह है। उन्होंने आरोप लगाया “किसी ने भी जम्मू-कश्मीर के किसी भी सरकारी कार्यालय में प्रवेश करने की हिम्मत नहीं की है और अगर कोई अपनी शिकायत के निवारण के लिए प्रवेश करने में सफल हो जाता है.. तो कोई उसकी बात नहीं सुनता।”
श्री उमर ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में सभी फैसले शाही फरमान की तरह घोषित किए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, 'लोग चिंतित हैं और उनके लिए कुछ कारण हैं और उन्होंने बाहर आकर मतदान किया।' उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि लोकतंत्र में वोट ही अपनी आवाज उठाने की एकमात्र शक्ति है।...////...