12-Aug-2022 09:06 PM
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श्रीनगर 12 अगस्त (AGENCY) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि इस बार अमरनाथ तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी का मुख्य कारण खराब मौसम भी हो सकता है। इस वजह से इस वर्ष उम्मीद के मुताबित तीर्थयात्रियों ने यहां की यात्रा नहीं की।
श्री सिन्हा ने यहां राजभवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 43 दिनों की अमरनाथ यात्रा के दौरान 20 दिनों तक मौसम खराब रहा और आठ जुलाई को बादल फटने की घटना के दौरान कई तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। यह एक मुख्य कारण रहा जिसकी वजह से तीर्थयात्रियों के आगमन में कमी आयी।
आज सम्पन्न हुयी अमरनाथ यात्रा गत 30 जून को शुरू हुई थी और इस साल अमरनाथ के पवित्र गुफा मंदिर में तीन लाख से अधिक यात्रियों ने पूजा-अर्चना की।
उप राज्यपाल ने कहा, “हमने लगभग वह सब कुछ हासिल कर लिया है जिसे हमने यात्रा की अवधि के दौरान अपना लक्ष्य बनाया था। दो साल के कोविड प्रतिबंधों के बाद सफलतापूर्वक यात्रा का सम्पन्न होना प्रशासन के लिए सबसे खुशी का क्षण है।”
उन्होंने कहा ,“प्रशासन ने लक्ष्य निर्धारित नहीं किया था, लेकिन महसूस किया था कि इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गुफा मंदिर में दर्शन करने आएंगे।” उप राज्यपाल ने पूरी यात्रा अवधि के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों और अन्य संबंधित एजेंसियों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने आठ जुलाई को बादल फटने के बाद बचाव और पुनर्वास अभियान के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इस दुर्घटना में गुफा मंदिर के पास 15 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 55 अन्य घायल हो गए थे।
यह पूछे जाने पर कि पहलगाम की यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को स्थानीय लोगों के साथ घुलने-मिलने की अनुमति नहीं थी, उपराज्यपाल ने कहा, “यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा प्रमुख चिंता थी।”
उन्होंने कहा कि इस वर्ष बालटाल और पहलगाम मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए अधिकारियों द्वारा की गई व्यवस्था से 92-93 प्रतिशत यात्री संतुष्ट हैं। उपराज्यपाल ने स्थानीय लोगों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने तीर्थयात्रा के दौरान यात्रियों को हर जगह उनकी जरूरत के अनुसार हर संभव सहायता प्रदान की।...////...