05-May-2022 11:00 PM
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श्रीनगर 05 मई (AGENCY) परिसीमन आयोग की ओर जम्मू-कश्मीर की विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र में बदलाव के लिए अंतिम मसौदा पेश करने के कुछ घंटे बाद ही प्रदेश के क्षेत्रीय दलों ने गुरुवार को आयोग पर जमकर निशाना साधा।
अंतिम परिसीमन आदेश के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 43 जम्मू क्षेत्र और 47 कश्मीर क्षेत्र का हिस्सा होंगे।
आयोग के अंतिम मसौदे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने आरोप लगाया कि यह देश के चुनावी इतिहास में पहली बार होगा कि चुनावों में ‘पहला वोट डालने से पहले ही धांधली’ की जा रही है।
पीडीपी के एक प्रवक्ता ने कहा,“पीडीपी ने पहले दिन से ही परिसीमन प्रक्रिया को पांच अगस्त, 2019 को शुरू की गई प्रक्रिया के विस्तार के रूप में देखा है, जो एक विशेष समुदाय और एक क्षेत्र के लोगों को शक्तिहीन करने के लिए शुरू हुई है। अंतिम मसौदे ने हमारे डर को फिर से सही साबित कर दिया है।”
उन्होंने कहा,“भारत सरकार ने भूगोल के सहारे चुनावी बहुमत को अल्पसंख्यक में बदलने के लिए स्वतंत्र संस्थानों का उपयोग या दुरुपयोग किया है। यह देश के चुनावी इतिहास में पहली बार होगा कि चुनावों में पहला वोट डाले जाने से बहुत पहले धांधली की जा रही है। यह इतिहास का एक और दुखद अध्याय है जिसे नयी दिल्ली में बैठे शासकों ने लिखा है।”
वहीं, नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि कितनी भी ‘जालसाजी जमीनी हकीकत को नहीं बदलेगी।’
पार्टी ने कहा,“हमने परिसीमन आयोग की अंतिम सिफारिशों को देखा है। हम अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के लिए इन सिफारिशों के निहितार्थों का अध्ययन कर रहे हैं। कोई भी जालसाजी जमीनी हकीकत को नहीं बदलेगी, जो यह है कि जब भी चुनाव होंगे तो मतदाता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके प्रतिनिधियों को उनके द्वारा पिछले चार वर्षों में जम्मू-कश्मीर के लिए गए कार्यों के लिए दंडित करेंगे।”
सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने कहा कि परिसीमन रिपोर्ट कश्मीर के खिलाफ ‘पिछले भेदभाव’ की ‘दोहराव’ है। उन्होंने कहा,“पिछले छह दशकों में जम्मू और कश्मीर विधानसभा में कश्मीर की सीटों की हिस्सेदारी 43 से बढ़कर 47 हुयी, जबकि जम्मू की हिस्सेदारी 30 से बढ़कर 43 हो गई। वर्ष 1947 से कश्मीरियों के व्यवस्थित रूप से कमजोर के लिए कौन जिम्मेदार है? जिन्होंने जम्मू के 30 से 37 तक की यात्रा में सहायता और समर्थन किया। जिन्होंने 37 से 43 तक की यात्रा में सहायता और समर्थन किया।...////...