24-Jun-2023 07:19 PM
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मऊ, 24 जून (संवाददाता) उत्तर प्रदेश में मऊ सदर विधानसभा से पूर्व विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी शनिवार को मन्ना सिंह हत्या कांड के गवाह की हत्या के मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एमपी एमएलए कोर्ट में पेश हुआ जिसके बाद उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के कारण सुनवाई टालते हुए 15 जुलाई का दिन अगली सुनवाई के लिए तय कर दिया गया।
वहीं, विधायक निधि के दुरुपयोग के एक और मामले में माफिया मुख्तार अंसारी के ऊपर एमपी एमएलए कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।
गौरतलब है कि करीब 12 साल पहले 19 मार्च 2010 को जिले के मन्ना सिंह ठेकेदार दोहरे हत्याकांड के चश्मदीद गवाह रहे राम सिंह मौर्य के ऊपर चार हथियारबंद बदमाशों ने आरटीओ कार्यालय के पास उस समय अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी जब वह अपने साथियों के साथ सफारी गाड़ी से मोहम्मदाबाद से मऊ जा रहे थे। हमले में मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह रहे राम सिंह मौर्य की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल सतीश कुमार की इलाज के दौरान बनारस में मौत हो गई थी।
इस दोहरे हत्याकांड में कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था और उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई थी। जिसमें मुख्तार अंसारी, राकेश उर्फ हनुमान, राजू कनौजिया उर्फ़ जामवंत, अनुज कनौजिया, राजेश सिंह उर्फ राजन और छह अज्ञात समेत 11लोग शामिल थे।
वहीं विधायक निधि के दुरुपयोग के दूसरे मामले में माफिया मुख्तार अंसारी के ऊपर एमपी एमएलए कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। जानकारी के मुताबिक मामला थाना सरायलखंसी का है जहां माफिया मुख्तार अंसारी विधायक रहते विधायक निधि का दुरुपयोग करते हुए एक विद्यालय के निर्माण के लिए अपने विधायक निधि से 2500000 रुपए दे दिए थे। लेकिन विद्यालय का निर्माण नहीं हुआ था।
कुल मिलाकर के मुख्तार अंसारी की आज पेशी हुई और सुनवाई अगले 15 जुलाई को तय कर दी गई है। लेकिन इतना तय है कि अब मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने वाली नहीं है। अब देखना यह होगा कि क्या 15 जुलाई को मुख्तार अंसारी को सजा सुनाई जाती है।...////...