07-Jun-2023 11:56 PM
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इंफाल 07 जून (संवाददाता) मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को तलाशी अभियान चलाया गया।
सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान काकचिंग जिले के पोरोमपत थाना, इंफाल पूर्व और सुगनू थाना क्षेत्र से 57 हथियार, 318 गोला-बारूद और पांच बम बरामद किए गए। अब तक कुल 868 हथियार और 11,518 गोला-बारूद बरामद किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि घाटी के पांच जिलों में कर्फ्यू में 12 घंटे और पड़ोसी पहाड़ी जिलों में आठ से 10 घंटे की ढील दी गयी। छह अन्य पहाड़ी जिलों में कर्फ्यू नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-37 के साथ आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही सुनिश्चित की गई है। लगभग 244 खाली वाहन इम्फाल से जिरिबाम के लिए रवाना हुए हैं। कुल 212 लोडेड वाहन नोनी से रवाना हो चुके हैं और 212 लोडेड टैंकरों तथा ट्रक जिरिबाम से रवाना हो चुके हैं। मंत्री और विधायक विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर जनता और नागरिक समाज से मिल कर शांति और स्थिति को सामान्य करने की अपील कर रहे हैं। सुरक्षा बल नागरिक समाज संगठनों, सीएसओ, विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठकें आयोजित कर रहे हैं और शांति और सामान्य स्थिति की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र में प्रभुत्व और गश्त के अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।
इस बीच मुख्य सचिव डॉ. विनीत जोशी ने कहा कि मणिपुर में सेना के अधिकारियों से घाटी के पांच जिलों और कांगपोकपी में तलाशी अभियान चलाने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेटों की आवश्यकता के संबंध में प्राप्त अनुरोध के आधार पर, गृह विभाग ने उपायुक्तों को कार्यकारी मजिस्ट्रेटों को नियुक्त करने की सलाह दी है। इन छह जिलों में पड़ने वाले कई थानों से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा हटा लिया गया है। सेना ने केवल इन जिलों के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेटों के लिए अनुरोध किया क्योंकि अन्य जिलों में जहां अफस्फा लागू है, वहां तलाशी अभियान चलाने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में यह व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है कि तलाशी अभियान केवल घाटी के जिलों में चलाया जाएगा, जो सही नहीं है। राज्य में शांति बहाल करने के लिए यदि आवश्यक हुआ तो घाटी और पहाड़ी क्षेत्रों में समान रूप से तलाशी अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा जनता के बीच गलतफहमी को दूर करने के लिए चुराचंदपुर, फेरज़ावल, टेंग्नौपाल, चंदेल और कामजोंग जिलों के उपायुक्तों को भी सलाह दी गई है कि वे सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे कार्यों के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेटों को विस्तार से बताएं।...////...