नदियों में पानी छोड़ा तो कई रास्ते बंद हो गए
16-Sep-2021 01:14 PM 6847
पिछले चार दिनों से हो रही भारी बरसात से छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बरसात से बांध छलक उठे हैं। बांधों से नदियों में पानी छोड़ा गया तो बाढ़ आ गई। रास्ते बंद हो गए। बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज से अधिकतर जिलों में मौसम खुल जाएगा। कुछ स्थानों से हल्की से मध्यम स्तर की बरसात हो सकती है। बरसात कम हुई तो बाढ़ भी कम होगी। कोरबा जिले के पाली, पोड़ी उपरोड़ा और ऊपरी इलाके में हो रही झमाझम बारिश का सीधा असर निचले क्षेत्रो में देखने को मिल रहा है। सभी नदी नाले उफान पर है। हसदेव बराज का जलस्तर खतरे का निशान पार कर गया है। बुधवार सुबह हसदेव बांध का एक गेट 12 फीट तक खोलना पड़ा था। जलभराव बढ़ता रहा तो 24 घण्टे के भीतर ही बांध दूसरा गेट भी खोलना पड़ा है। आज सुबह करीब 7.45 बजे हसदेव बैराज का 7 नंबर गेट भी 12फीट तक खोल दिया गया। दोनों गेट से करीब साढ़े 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे हसदेव नदी के निचले हिस्से में बाढ़ आ गई है। प्रशासन ने आसपास की आबादी को सतर्क रहने को कहा है। छलकने की कगार पर बांगो बांध कोरबा में मिनीमाता बांगो बांध भी छलकने के कगार पर है। बताया जा रहा है कि बांगो बांध में 95 फीसदी तक लबालब हो चुका है। ऐसे में पानी छोड़े जाने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। बताया जा रहा कि आज दोपहर बाद बांगो से करीब 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। जो रात तक हसदेव बराज पहुंच जाएगा। ऐसे में हसदेव बराज के दूसरे गेट भी खोलने पड़ सकते हैं।। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में कई गांव टापू बन गए पेंड्रा इलाके में पिछले 60 घंटे से लगातार बारिश जारी है। इसकी वजह से कई गांवों का संपर्क कट गया है। यहां अरपा, सोन, तिपान, ऐलान, बम्हनी, जावस, मलनिया सहित अमरावती गंगा नदी और बरसाती नदी नाले उफान पर हैं। जिसके चलते दुर्गाधारा के रास्ते अमरकंटक जाने वाला मार्ग, पेंड्रा से बस्तीबगरा जाने वाला मार्ग, गौरेला से सधवानी जाने वाला मार्ग, सिवनी से मरवाही और रटगा से मरवाही जाने वाले मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है। पेंड्रा से बिलासपुर जाने वाले तीन रास्तों में से केवल एक पर आवागमन शुरू हो सका है। नाले में बह गए ग्रामीण का शव मिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के ग्राम लरकेनी करशिवा के बीच हथकड़ी नाला पुल को पार कर रहे एक ग्रामीण बंधन सिंह बंधु तेज धारा से बह गए थे। SDRF का बचाव दल आज भी उनकी तलाश में नदी-नाले में अभियान चलाता रहा। थोड़ी देर पहले ही नाले में बह गए ग्रामीण का शव बरामद किया है। वह पुल से थोड़ी दूर तक झाड़ियों में फंसकर डूबा हुआ था। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति में ऐसी जगहों से दूर रहने को कहा है। बच्चो को नदी, नाला, तालाब, कुंवा से दूर रखने की हिदायत दी गई है। गरियाबंद-शिवरीनारायण में बाढ़ का जोर कम हुआ गरियाबंद-महासमुंद, जांजगीर-चांपा और उससे लगे इलाकों में कल से बारिश कमजोर हुई है। इसकी वजह से नदी-नालों की बाढ़ भी उतार पर है। रायपुर-गरियाबंद के बीच हाइवे से पानी उतरने के बाद उसे यातायात के लिए खोल दिया गया है। शिवरीनारायण में भी पुल से पानी हटने के बाद जांजगीर-चांपा और बलौदा बाजार के बीच का यातायात शुरू कर दिया गया है। इस बीच गरियाबन्द जिले के कघुटकू नवापारा गांव का पहुंच मार्ग बह गया है। 800 की आबादी वाले गांव के आवाजाही की एकमात्र सड़क थी। इसकी वजह से गांव से आवागमन ठप्प हो चुका है। सरगुजा-बिलासपुर संभागों में अभी बारिश होगी मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि आज सरगुजा और बिलासपुर संभागों में अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। मध्य छत्तीसगढ़ में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश का जोर कम होगा। रायगढ़ में अनेक स्थानों पर बारिश संभावित है। जबकि रायपुर-दुर्ग और बस्तर संभागों के अधिकांश जिलों में हल्की बरसात की संभावना जताई जा रही है। 17 सितम्बर को सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, बस्तर और कोण्डागांव में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की बरसात होगी। शेष जिलों में कुछ स्थानों पर बरसात संभावित है। closed..///..many-roads-were-closed-when-water-was-released-in-the-rivers-317612
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