ओमीक्राेन से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत : मांडविया
03-Dec-2021 08:51 PM 8871
यी दिल्ली, 03 दिसंबर (AGENCY) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड-19 के नये वैरिएंट ‘ओमीक्रोन’ के ख़तरों को देखते हुए हवाई अड्डों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर संक्रमण की जांच के लिये सभी एजेंसियों एवं राज्य सरकारों को समन्वय बनाकर काम करने कहा है। श्री मांडविया ने लोकसभा में नियम 193 के तहत ‘कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति’ पर चर्चा का जवाब देते हुए आज कहा कि दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत आने वाले दो यात्री कोविड संक्रमित पाये गये। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पहुंचे इनमें से एक 19 वर्षीय महिला में ओमीक्रोन वायरस की पुष्टि नहीं हुई जबकि 67 वर्षीय बुजुर्ग के नमूने में ओमीक्रोन वायरस की पुष्टि हुई है। बुजुर्ग के नमूने की जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट आने से पहले उनकी दूसरी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी और वह दक्षिण अफ्रीका वापस लौट गए तथा उनके संपर्क में आये लोगों में कोई संक्रमित नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बेंगलुरू के एक पुरुष की 22 नवंबर को हुई आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण का पता चला। इनका जीनोम अनुक्रमण 28 नवंबर को हुआ जिसमें ओमीक्रोन स्वरूप का पता चला। उनके संपर्क में आए परिवार के तीन सदस्यों और 160 लोगों की जांच में पांच लोग संक्रमित मिले जिनके नमूनों का जीनोम अनुक्रमण परीक्षण चल रहा है। इसके अलावा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। श्री मांडविया ने कहा कि ओमीक्रोम खतरे की श्रेणी वाले देशों से आये 16 हजार यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच में 18 लोग कोविड-19 संक्रमित आए गये हैं और यह पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने ल‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने 25 नवंबर को इस वायरस के नये स्वरूप का पहला मामला सामने आने की घोषणा की थी और उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के साथ बैठक की और इसके बाद संशोधित पारमर्श जारी किया गया। देशवासियों को कोविड टीके की बूस्टर डोज़ तथा 18 साल से कम उम्र के बच्चों को टीके लगाये जाने को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के सवाल पर श्री मांडविया ने कहा कि सरकार के पास दो ही विकल्प हैं जिसमें से एक राजनीतिक और दूसरा वैज्ञानिक है। श्री मांडविया ने महामारी के दौरान कुछ दलों पर कोरोना की लड़ाई को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि टीके पर संशय फैलाने का प्रयास करके, टीकाकरण अभियान पर सवाल उठाकर एवं प्रधानमंत्री पर आरोप लगाकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई को प्रभावित करने प्रयास किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार शक्ति से नहीं बल्कि इच्छाशक्ति से चलती है। उनकी सरकार संकट के समय सभी राज्यों को हर सम्भव मदद देने का काम किया है। पीएम केयर्स के वेंटिलेटर पर उठे सवालों पर उन्होंने कहा पीएम केयर्स फंड से 58 हजार वेंटिलेटर्स खरीदने के ऑर्डर दिए गए थे। राज्य सरकारों को 50 हजार 200 वेंटिलेटर मिले। राज्यों से 42 हजार वेंटिलेटर्स लगने के सर्टिफिकेट भी मिल चुके हैं।...////...
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