10-Jul-2022 10:18 PM
5680
औरंगाबाद 10 जुलाई (AGENCY) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने राज्य में पिछली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन सरकार के गिरने और शिवसेना के एक गुट के भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के बाद रविवार को इस बात से इनकार किया कि उन्होंने महाराष्ट्र में मध्यावधि विधानसभा चुनाव की भविष्यवाणी की थी।
श्री पवार ने आज शाम यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि एमवीए सरकार का कार्यकाल ढाई साल का था और अब राज्य में अगले विधानसभा चुनाव के लिए इतने ही वर्ष शेष हैं। उन्होंने सफाई देते हुए कहा,“हमें तैयार रहना होगा, इसका मतलब मध्यावधि चुनाव नहीं है। मैनें अपनी पाटी के कार्यकर्ताओं से केवल चुनाव की तैयारियों में जुट जाने को कहा था।”
एक पोस्टर का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि श्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों के विद्रोह के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने और सड़कों पर नहीं उतरने की अपील की थी। इसलिए शिवसैनिक सड़कों पर नहीं आए ।
औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने पर श्री पवार ने जवाब दिया कि यह मुद्दा न तो एमवीए के साझा न्यूनतम कार्यक्रम का हिस्सा था और न ही एमवीए की पिछली कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा, “चूंकि मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री का अंतिम निर्णय होता है, यह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का अंतिम निर्णय था, न कि राज्य मंत्रिमंडल का।”
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता था कि कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।” उन्होंने दोहराया कि औरंगाबाद का नाम बदलने का मुद्दा उनकी पार्टी ने कभी नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि शहर का नाम बदलने के बजाय बुनियादी मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए था। उच्चतम न्यायालय में सोमवार को सुनवाई के लिए निर्धारित याचिकाओं पर उनकी राय के बारे में पूछे जाने पर श्री पवार ने कहा,“मुझे न्यायपालिका में विश्वास है और देखते हैं कि कल शीर्ष अदालत से क्या फैसला आता है।...////...