22-Jan-2022 09:48 PM
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श्रीनगर, 22 जनवरी (AGENCY) कश्मीर घाटी में राजनीतिक दलों ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस वादे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। जिसमें कहा गया था कि "स्थिति सामान्य होने पर जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा।" पार्टियों ने कहा कि उनका बयान ही इस बात का सबूत है कि यहां स्थिति अभी सामान्य नहीं है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह भारत सरकार की एक "स्वीकृति" ही है कि स्थिति "अभी भी सामान्य नहीं है।"
सुश्री मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, 'सामान्य स्थिति की एक झूठी कहानी बनाने के लिये जम्मू-कश्मीर के लोगों को डरा-धमकाकर चुप कराने के बाद भारत सरकार का यह स्वीकार करना कि स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है, अपने आप में एक विरोधाभास है। साथ ही, यह इस बात को भी साबित करता है कि चुप्पी को सामान्य स्थिति नहीं समझा जाना चाहिये।'
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा, 'हर एक राज्यविहीन दिन संघवाद और जम्मू-कश्मीर के लोगों का अपमान है। लेकिन सामान्य स्थिति को कौन परिभाषित करेगा। और एक संघीय ढांचे में क्या हम वास्तव में सामान्य स्थिति का उपयोग सत्ता स्थापित करने के एक बहाने के रूप में कर सकते हैं? हर एक राज्यविहीन दिन संघवाद और जम्मू-कश्मीर के लोगों का अपमान है।'
श्री लोन ने कहा, ' देश के वे सभी लोग जो मूक दर्शक बने हुये हैं, इंशाअल्लाह आप भी एक दिन बेबसी का स्वाद चखेंगे। गैर-लोकप्रिय सरकारों का मतलब उस जगह विशेष के निवासियों के लिए अपमानजनक अस्तित्व है। हम इसे अपने सबसे बुरे दुश्मनों के लिए भी नहीं चाहेंगे।'
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था, 'चुनाव जल्द ही होंगे। मैंने संसद में आश्वासन दिया है, जैसे ही स्थिति सामान्य होगी जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिल जाएगा।...////...