प्लास्टिक कचरा रोक-थाम: चंडीगढ़ में ‘हर गाड़ी बिन-हर गाड़ी बैग’ योजना
30-Jul-2022 10:34 PM 5981
नयी दिल्ली, 30 जुलाई (AGENCY) चलते वाहनों से यात्रियों की इस्तेमाल की गयी प्लास्टिक की बोतल, थैली और ऐसे अन्य कचरे के फेंकने से सड़कों पर कूड़े-कचरे के फैलाव को रोकने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम 'हर गाड़ी बिन-हर गाड़ी बैग' की मुहिम चला रहा है। नगर निगम की आयुक्त अनिंदिता मित्रा ने यहां एक कार्यक्रम में प्लाटिक के कचरे की समस्या से निपटने के लिए अपने नगर निकाय की अनूठी पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ में सिंगल यूज प्लास्टिक (एक बार इस्तेमाल के बाद फेक दिया जाने वाला प्लास्टिक का समाान) के स्थायी विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए 'बैक टू बेसिक्स', सड़कों और राजमार्गों पर अपशिष्‍ट को फैलने से रोकने के लिए 'हर गाड़ी बिन-हर गाड़ी बैग' और मिशन के लक्ष्यों के साथ जुड़ने के लिए युवाओं को जुटाने के लिए 'स्वच्छता पाठशाला' जैसी पहलें की गई हैं। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के तत्वाधान में स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के अंतर्गत शुक्रवार को 'प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन' विषय पर राष्ट्रीय सहकर्मी शिक्षण वेबिनार श्रृंखला स्वच्छ वार्ता के चौथे संस्करण में भाग ले रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य मिशन निदेशालय ने दुकानों पर जुर्माना लगाकर, बाजार संघों को प्लास्टिक मुक्त होने के लिए प्रोत्साहित करके और वैकल्पिक सामग्री से बने पर्यावरण के अनुकूल बैग की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करके, प्लास्टिक की बोतलों के बजाय स्टील और कांच की बोतलों को बढ़ावा देने के लिए अन्य व्यापक अभियानों और जागरुकता गतिविधियों जैसे 'सेल्फी विद बॉटल' और सार्वजनिक नुक्कड़ नाटकों के माध्‍यम से चंडीगढ़ में प्‍लास्टिक अपशिष्‍ट से निपटने और एकल उपयोग प्‍लास्टिक पर प्रतिबंध के सफल कार्यान्वयन में योगदान दिया है। कांग्रेस आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन की संयुक्त सचिव और राष्ट्रीय मिशन निदेशक रूपा मिश्र ने शहरों में स्थायी स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में एक उभरते वैश्विक अग्रणी देश के रूप में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला और इस संदर्भ में शहरों में हो रही प्रगति का उल्‍लेख किया। जोमैटो इंडिया और अमेज़ॉन इंडिया द्वारा प्लास्टिक न्यूट्रल बिजनेस बनने की दिशा में की जा रही पहलों पर चर्चा करते हुए जोमैटो की प्रधान सस्टेनेबिलिटी अधिकारी सुश्री अंजलि रवि कुमार और अमेज़ॉन इंडिया की पब्लिक पॉलिसी चीफ- सस्टेनेबिलिटी लीड अधिकारी शुभ्रा जैन ने'अपशिष्‍ट मुक्त शहरों' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्रोत पर ही अपशिष्‍ट को पृथक करने के महत्व का उल्‍लेख किया। सुश्री अंजलि ने कहा कि प्लास्टिक सामग्री सस्ती और उपलब्ध, स्पिल प्रूफ, भोजन के लिए सुरक्षित और यह भोजन को गर्म रखती है, यह सभी बातें भारतीय बाजार को देखते हुए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उल्‍लेखनीय विषय प्लास्टिक को लैंडफिल तक पहुंचने से रोकना है और इसके लिए प्लास्टिक अपशिष्‍ट का प्रबंधन करते समय इसका स्रोत पर ही पृथक्करण और पुनर्चक्रण आवश्यक है। सुश्री शुभ्रा ने 2040 तक पूरी तरह से शून्य कार्बन उत्सर्जन कंपनी बनने की अमेज़ॉन की प्रतिज्ञा का भी उल्‍लेख किया। उन्होंने कहा कि अमेज़ॉन इंडिया कई समाधानों पर काम कर रहा है जो प्लास्टिक अपशिष्‍ट को कम करने में मदद करेंगे। हमारा लक्ष्य विशेष रूप से एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग से आगे निकलना है। हमने पेपर-आधारित मेलर्स का उपयोग करना शुरू कर दिया है। हम प्लास्टिक टेप की बजाय अपनी पैकेजिंग के हिस्से के रूप में नए कागज-आधारित टेपों की परीक्षण और जांच भी कर रहे हैं। अमेज़ॉन इंडिया ने 'पैकेजिंग फ्री शिपमेंट' प्रक्रिया भी शुरू की है, जहां ग्राहक को मूल निर्माता की पैकेजिंग में उत्पाद प्राप्त होता है, न कि इसे अमेज़ॉन द्वारा की गई पैकेजिंग में फिर से पैक किया जाता है।...////...
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