28-Mar-2022 10:04 PM
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नयी दिल्ली 28 मार्च (AGENCY) पूर्वी दिल्ली में नगरपालिका ठोस कचरे के जगह पर ही प्रसंस्करण के लिए एक विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी पार्क का मंगलवार को उद्घाटन होगा। इसको केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के कचरे से संपदा अभियान और पूर्वी दिल्ली में नगर पालिका (ईडीएमसी) के सहयोग से शुरू किया जा रहा है।
प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय से सोमवार को जारी एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि प्रौद्योगिकी पार्क एक पायलट परियोजना है, जो कचरे प्रबंधन के लिए एक सिरे से दूसरे सिरे तक समाधान प्रदान करती है, इसके अलावा यह नगरपालिका ठोस कचरे के अर्ध-स्वचालित अलगाव से लेकर साइट पर संघनन और कचरे के उपचार के लिए खुले ढलाव के विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट प्रसंस्करण के रूपांतरण को भी प्रदर्शित करती है।
यह विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी पार्क 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बना है और इसकी क्षमता 10 टन प्रति दिन है। इस टेक्नोलॉजी पार्क में गरपालिका के कचरे को अलग करके इसका उपचार किया जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप इसकी प्रमात्रा में कमी आएगी और इससे 1 टीपीडी कम्पोस्टेबल अंशों, 2 टीपीडी ज्वलनशील अंशों, 1.5 टीपीडी रिसाइकिलेबल में रूपांतरित किया जाएगा।
दहनशील कचरे को तब स्थान पर संसाधित किया जाएगा, जिससे केवल 5-10 प्रतिशत कचरा ही लैंडफिल तक पहुंचेगा। आने वाले एमएसडब्ल्यू के अलावा, निकटवर्ती 52-क्यूसेक नाले से तैरने वाले कचरे को भी एकत्र किया जाएगा और जगह पर संसाधित किया जाएगा। इससे यह ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 के तहत शहरी स्थानीय निकायों के एसडब्ल्यूएम अनुपालन और कचरा भराव क्षेत्र पर दबाव को कम करने के लिए, सेटअप और निपटान करने के लिए नयी भूमि को खरीदे बिना ही सुनिश्चित करेगा।
कचरे की विकेन्द्रीकृत प्रक्रमण ढुलाई में कमी लाने के अतिरिक्त लाभ के साथ शून्य कचरा भराव क्षेत्र की दिशा में एक कदम है।...////...