मुख्य पृष्ठ
देश
मध्यप्रदेश
इतिहास
रूपरेखा
मेले और त्यौहार
लोक नृत्य
लोक गीत
जानीमानी हस्तियां
संस्कृति
पर्यटन
खजुराहो
सांची
ओरछा
उज्जैन
मध्यप्रदेश क्यों
मध्यप्रदेश कैसे पहुँचे
वन
वन्य जीवन
स्कूल शिक्षा
मध्यप्रदेश गान
योजनाएं
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
बीमारी सहायता योजना
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
विक्रमादित्य निःशुल्क शिक्षा योजना
प्रतिभा किरण योजना
गांव की बेटी योजना
कपिलधारा योजना
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना
बलराम ताल योजना
खेत तालाब योजना
इंदिरा आवास योजना
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम
जननी सुरक्षा योजना
निःशुल्क सायकिल वितरण योजना
लाड़ली लक्ष्मी योजना
दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना
मुख्यमंत्री नाम की योजनाएं
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना
मुख्यमंत्री पेयजल योजना
मुख्यमंत्री आवास योजना
मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना
मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग स्व-रोजगार योजना
मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
राष्ट्रीय योजनाएं
दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना
अटल पेंशन योजना
दीनदयाल अंत्योदय योजना
राज्य के अंग
मध्यप्रदेश के शासकीय विभाग
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय
कमिश्नर एवं कलेक्टर
मध्यप्रदेश के मंत्री एवं राज्य मंत्री
मुख्य सचिव / अपर मुख्य सचिव / प्रमुख सचिव / सचिव
मध्यप्रदेश के जिले
अब तक
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
भारत के राष्ट्रपति
भारत के प्रधानमंत्री
मध्यप्रदेश के राज्यपाल
रोजगार
आलेख
सम्पर्क करें
archive
सांसद सामूहिक रुप से करें आत्मचिंतन: नायडु
Admin author
India
22-Dec-2021 02:36 PM
2851
नयी दिल्ली 22 दिसंबर (AGENCY) राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के कामकाज पर चिंता और अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि इस संबंध में सदस्यों को सामूहिक और व्यक्तिगत रुप से आत्मचिंतन करना चाहिए। श्री नायडू ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए कहा कि आज सदन का शीतकालीन सत्र समाप्त हो रहा है। सदन की 18 बैठकों में कुल उत्पादकता 47.90 प्रतिशत रही है जो उसकी क्षमता से बहुत ही कम है। उन्होेेंने कहा, “ मुझे यह बताते हुए बहुत अप्रसन्नता हो रही है कि सदन का कामकाज इसकी क्षमता से कम रहा है। मैं आप से सबसे यह अनुरोध करता हूं कि सभी सामूहिक और व्यक्तिगत रुप से इस पर चिंतन करें कि क्या यह सत्र बेहतर नहीं हो सकता था।” उन्होंने कहा कि सत्र के दाैरान कुल 45 घंटे 34 मिनट सदन की बैठक हुई जबकि निर्धारित समय 95 घंटे छह मिनट था। सदन की उत्पादकता इस दौरान कुल 47.90 प्रतिशत रही जो पिछले चार साल में 12 सत्रों में पांचवी बार सबसे कम है। सदन में लगातार व्यवधानों और स्थगन के कारण 49.32 मिनट बरबाद हो गये। कुल उपलब्ध समय का 52.05 प्रतिशत समय हंगामेें में नष्ट हो गया। प्रश्नकाल का कुल 60.60 प्रतिशत समय बरबाद हुआ। सात बैठकों में प्रश्नकाल नहीं हो सका। सत्र के दौरान सदन में 10 विधेयक पारित किये गये जबकि विनियोग विधेयक 2021 पर चर्चा अधूरी रही। विधेयकों पर कुल 21 घंटे सात मिनट चर्चा की गयी। इन चर्चाओं में मंत्रियों ने 127 हस्तक्षेप किये। शून्यकाल का मात्र 30 प्रतिशत समय का उपयोग सदस्य कर सके और पूरे सत्र के दौरान केवल 82 मुद्दें उठाये जा सके। इस दौरान सदस्यों ने 64 मुद्दों को विशेष उल्लेख के जरिए सदन में रखा।...////...
«
आर्थिक सर्वे में अगले वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि 8.0-8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान, राजकोषीय स्थिति में सुधार
जनसंपर्क मंत्री
»
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित
POST CATEGORY
देश
मुख्यमंत्री
जनसंपर्क मंत्री
मुख्य सचिव
नगरीय विकास
उच्च शिक्षा
स्कूल शिक्षा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
किसान कल्याण एवं कृषि विकास
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
ऊर्जा
जॉब अलर्ट
चर्चा में
सामान्य ज्ञान
साक्षात्कार
एडमिशन
राजस्व
चुनाव संबंधी समाचार
आलेख
© 2025 - All Rights Reserved -
mpenews
|
Hosted by SysNano Infotech
|
Version Yellow Loop 24.12.01
|
Structured Data Test
|
^
^
×
ASPX:
POST
ALIAS:
saansad-saamoohik-rup-se-karen-aatmachintan-naayadu
FZF:
FZF
URL:
https://www.mpenews.com/saansad-saamoohik-rup-se-karen-aatmachintan-naayadu
PAGETOP:
ERROR: