03-Mar-2022 08:19 PM
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शिमला, 03 मार्च (AGENCY) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा सदन से वॉकआउट करना विपक्ष की आदत बन गई।
श्री ठाकुर विधानसभा परिसर में मीडिया से कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा में भी कांग्रेस विधायकों में आपस में प्रतिस्पर्धा चली हुई थी। कांग्रेस की आज देश में हास्यप्रद स्थिति बन चुकी है क्योंकि उनकी हरकतें ही ऐसी है।
उन्होंने कहा कि एनपीएस 2003 में लागू हुई थी, उस समय हमारी सरकार नहीं थी, बल्कि वीरभद्र सरकार थी। उन्होंने सारी शर्तों को स्वीकार किया पहला राज्य हिमाचल था, एनपीएस को लागू करने वाला। आज जो कहते हैं कि वीरभद्र सिंह का आदर करते हैं लेकिन जब वो नहीं है तो उनके फैसले पर इस तरह नारेबाजी और विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के आज के प्रदर्शन में भी सीपीएम, कांग्रेस, के लोग ही धरने पर हैं। लोग आज सड़कों पर निकले हुए हैं। वे कई बार कह चुके हैं कि प्रस्ताव रखिये अपनी बात कहे जो कहना है कहे बात बाकी फैसला सरकार पर छोड़ दें। सरकार को जब लगेगा कि ओपीएस लागू किया जा सकता है जो किया जाएगा। लेकिन इस तरह आंदोलन करके दबाव डाल कर प्रयत्न किया जाएगा तो कोई लाभ नहीं। राजस्थान में ओपीएस की घोषणा की वो आज के हालात में संभव नहीं कि ओपीएस लागू कर पाएंगे या नहीं। सवाल है कि कैसे लागू करेंगे।
श्री ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों की बहुत बड़ी भूमिका है, राजनीतिक दल के साथ जुड़कर विरोध सही तरीका नहीं है। अपनी बात कहिए, हमने इस मामले में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया है, लेकिन जिस तरह राजनीतिक मकसद के साथ विरोध करना कर्मचारियों को भड़काना उचित नहीं। कांग्रेस आज ओपीएस लागू करने का एलान कर रही हैं, लेकिन नौ महीने बाद चुनाव होंगे, तब मालूम होगा क्या होगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि पंजाब पे स्केल आने के बाद जो किया जा सकता था करेंगे व किया है। कर्मचारी आज अपनी बात सौहार्दपूर्ण तरीके से रखे। कांग्रेस का हर बात पर वाकआउट करना हास्यप्रद है। जिससे ये साबित होता है कि कांग्रेस नेतृत्व हीन है, आज नारेबाजी करने के लिए भी सीपीएम का सहारा लेना पड़ा। विधायक सिंघा ने जिस तरह नारे लगाने को कहा, कांग्रेस ने लगाए।...////...