27-Jul-2022 10:05 PM
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नयी दिल्ली, 27 जुलाई (AGENCY) नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट की 50 प्रतिशत ग्रीष्मकालीन उड़ानों पर बुधवार को पाबंदी लगा दी। विमानन नियामक ने इस एयरलाइन की पिछले दिनों कई उड़ानों के दौरान विमानों में तकनीकी गड़बड़ी की घटनाओं के बाद यह निर्णय लिया है।
डीजीसीए ने कहा है कि यह पाबंदी 27 जुलाई से आठ सप्ताह तक लागू रहेगी। पाबंदी के दौरान डीजीसीए स्पाइजेट डीजीसीए की उड़ानों पर और अधिक निगरानी रखेगा।
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा कि स्पाइसजेट एक सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय हवाई परिवहन सेवा स्थापित करने में विफल रही है।
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा है कि हवाई परिवहन सेवा को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाए रखने के लिए स्पाइसजेट की मौके पर की गयी विभिन्न जांचों, निरीक्षणों और उसे जारी कारण बताओ नोटिसों पर उसके जवाब को देखते हुए मेसर्स स्पाइसजेट की ग्रीष्मकालीन उड़ानों की सूची में प्रस्थान की संख्या को घटाकर 50 प्रतिशत किया जा रहा है। विमान नियमावली 1937 के नियम 19ए के अनुसार, इस आदेश के जारी होने की तारीख से आठ सप्ताह की अवधि तक के लिए यह पाबंदी लगायी गयी है।
नियामक ने कहा कि इस अवधि के दौरान इस एयरलाइन को ग्रीष्मकालीन सूची 2022 के तहत स्वीकृत प्रस्थानों की संख्या के 50 प्रतिशत से अधिक उड़ानें परिचालित करने की अनुमति तभी मिल सकती है, जब वह डीजीसीए को यह संतुष्ट करने की स्थिति में होगी कि उसके पास बढ़ी हुई उड़ानों को सुरक्षित और कुशलता से परिचालित करने के लिए पर्याप्त तकनीकी और वित्तीय संसाधन क्षमता है।
डीजीसीए के आदेश के बाद स्पाइसजेट ने कहा कि इस निर्देश का उसके उड़ान संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा,' हमें डीजीसीए का आदेश मिल गया है और हम नियामक के निर्देशों के अनुसार काम करेंगे। मौजूदा कम यात्रा के सीजन के कारण स्पाइसजेट ने अन्य एयरलाइनों की तरह अपने उड़ान संचालन को पहले ही पुनर्निर्धारित कर दिया था, इसलिए हमारे उड़ान संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।'
सस्ती उड़ान सेवा प्रदान करने वाली स्पाइसजेट ने यात्रियों को आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों और सप्ताहों में उसकी उड़ानों का परिचालन निर्धारित समय सारिणी के अनुसार ही होता रहेगा।
प्रवक्ता ने कहा,' इस आदेश के परिणाम स्वरूप कोई भी उड़ान रद्द नहीं होगी।...////...