सुरक्षा बल युद्धक्षेत्र में नए आयामों के लिए विकसित करें क्षमताएं : वेंकैया
17-May-2022 09:13 PM 5330
वेलिंग्टन (तमिलनाडु) 17 मई (AGENCY) उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि ड्रोन के अधिक इस्तेमाल और साइबर युद्ध के साथ हाइब्रिड वॉर ने युद्धक्षेत्र में काफी बदलाव लेकर आया है। इसे देखते हुए उन्होंने सुरक्षा बलों से इन नए उभरते क्षेत्रों में क्षमताओं का विकास करने को कहा है। श्री नायडू ने यहां डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के अफसरों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा,“हमें भारतीय सेना को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए नए दृष्टिकोण का विकास करने की जरूरत है।” इस ओर इशारा करते हुए कि भारत एक अत्यधिक जटिल और अनिश्चित भू-राजनीतिक वातावरण में कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, उप राष्ट्रपति ने कहा,“हम देश के अंदर और बाहर दोनों तरह के खतरों का सामना कर रहे हैं। हमारे सशस्त्र बलों इस तरह की किसी भी चुनौती से निपटने और किसी भी सुरक्षा खतरे को दूर करने के लिए दृढ़ता के साथ पूरी तरह से तैयार करना चाहिए।” यह देखते हुए कि भारत का दृष्टिकोण हमेशा शांतिपूर्ण रहा है, उन्होंने विश्वास जताया किया कि शत्रु पक्ष के द्वारा भारत की संप्रभुता को चुनौती देने के किसी भी प्रयास से हमारी सुरक्षा व्यवस्था सख्ती से निपटेगी। श्री नायडू ने कहा कि अपने अब तक के इतिहास में भारत ने कभी किसी देश पर अतिक्रमण नहीं किया है। उन्होंने कहा,“अन्य राष्ट्रों के साथ हमारा रवैया हमेशा शांतिपूर्ण रहा है। हम 'वसुधैव कुटुंबकम' के मूल्यों पर यकीन रखते हैं।” उन्होंने कहा कि भू-रणनीतिक और भू-राजनीतिक मजबूरियों, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन ने सुरक्षा क्षेत्र की जटिलता को बढ़ा दिया है। इसी के साथ उन्होंने अब ऐसे मुद्दों की गहरी समझ रखने का आह्वान किया है। रक्षा और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री नायडू ने इस दिशा में कई पहल करने के लिए केंद्र सरकार की सराहना की।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - mpenews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^