26-Jan-2024 08:37 PM
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हैदराबाद, 26 जनवरी (संवाददाता) तेलंगाना की राज्यपाल डॉ़ तमिलिसाई सुंदरराजन ने शुक्रवार को राज्य में पिछली बीआरएस सरकार पर सीधे टिप्पणी किए बिना,कहा, कि तेलंगाना समाज ने हाल ही में हुए चुनाव में संवैधानिक भावना के खिलाफ चल रही 10 साल की तानाशाह सरकार को समाप्त कर दिया है।
श्रीमती सुंदारराजन ने यहां पब्लिक गार्डंस में 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद भाषण देते हुए कहा कि विभिन्न नस्लों, धर्मों और जातियों को एकजुट करके देश को एक राष्ट्र के रूप में ऊपर उठाने के लिए भारतीय संविधान को महत्व मिला है।
उन्होंने कहा कि यह हर देशवासी के लिए बहुत गर्व का पल है कि देश दुनिया के सबसे बड़े संविधानी अगुवाई में पिछले 74 वर्षों से लगातार आगे बढ़ रहा है और इसका सारा श्रेय संविधान निर्माताओं और देश की जनता को जाता है। संविधान लोगों को इतनी शक्ति देता है कि देश को संविधान की भावना के विपरीत चलाने की कोशिश करने वाली सरकार को जनता कभी भी सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
उन्होंने कहा “ संविधान के तहत की गयी व्यवस्थाओं और अधिकारों की रोशनी में ही हमें अलग तेलंगाना राज्य मिल सकता है। इस संविधान की भावना के विपरीत काम करने वाली सरकारों को सत्ताच्युत करने की ताकत संविधान आम जनता को देता है।”
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य में आम लोगों की सरकार है और इन लोगों द्वारा दिया गया जनादेश इस बात की घोषणा है कि तेलंगाना में किसी तरह अहंकार और निरंकुशता का कोई स्थान नहीं है।
राज्यपाल ने कहा,“ हम पिछले दस वर्षों में नष्ट हुए संवैधानिक निकायों, प्रणालियों और मूल्यों का पुनर्निर्माण कर रहे हैं।लोगों की सरकार संवैधानिक गुणों, प्रणालियों और प्रथाओं को पुनर्जीवित कर रही है। लोकतंत्र, कल्याण और विकास का फल लोगों तक तभी पहुंचेगा जब सरकार संविधान की भावना के अनुरूप प्रशासन चलाएगी।” उन्होंने कहा, एकतरफा फैसले और तानाशाही दृष्टिकोण लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ हैं।...////...