वैश्विक आतंकवाद दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती: बिरला
17-Jan-2023 11:12 PM 8443
नैरोबी, 17 जनवरी (संवाददाता) पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या और तंजानिया में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को केन्याई स्टेट हाउस में राष्ट्रपति डॉ. विलियम सामोई रूटो से मुलाक़ात की और कहा कि वैश्विक आतंकवाद दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। श्री बिरला ने दोनों देशों के बीच चुनौतियों के बारे में कहा कि भारत और केन्या आतंकवाद से पीड़ित रहे हैं और दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ एक साझी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। लोकसभा अध्यक्ष ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल और भारत के संसदों की ओर से डॉ. रुतो को केन्या गणराज्य के राष्ट्रपति के पद पर निर्वाचित होने पर बधाई दी। श्री बिरला ने आशा व्यक्त की कि श्री रुटो के नेतृत्व में भारत-केन्या द्विपक्षीय संबंध सहयोग और समृद्धि की नयी ऊंचाइयों को छुएंगे तथा नवाचार, आईसीटी और स्वास्थ्य जैसे नये क्षेत्रों में भी दोनों देशों के संबंधों का विस्तार होगा। श्री बिरला ने कहा कि भारत आईसीटी, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में केन्या के साथ अपनी विशेषज्ञता और अनुभव साझा करने के लिये तैयार है। भारत के तेजी से आर्थिक विकास और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने के संदर्भ में श्री बिरला ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत, केन्या के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापारिक साझीदारों में से एक है। उन्होंने भारत और केन्या के बीच व्यापार और निवेश को और बढ़ाने के लिए कृषि और खनन जैसे पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाए जाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस दिशा में दोनों देशों के बीच व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों का नियमित आदान-प्रदान होना चाहिए। श्री बिरला ने यह भी कहा कि भारत और केन्या दोनों लोकतांत्रिक शासन में विश्वास करते हैं। श्री बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक सूचना-प्रधान युग में नवाचार और अनुसंधान महत्वपूर्ण है, इसलिए समान चुनौतियों का सामना कर रहे समान विचारधारा वाले देशों के बीच सहयोग और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय युवा दुनिया के समक्ष आ रही जटिल चुनौतियों का समाधान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। श्री बिरला ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत केन्या के लोगों के लिए स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा का महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटन के लिये केन्या जाते हैं। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे का उल्लेख करते हुए श्री बिरला ने जलवायु संकट से निपटने के लिये श्री रूटो की प्रतिबद्धता की सराहना की और इसे दोनों देशों की साझा प्राथमिकता बताया। श्री बिरला ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) एक महत्वपूर्ण वैश्विक गठबंधन है जो जलवायु परिवर्तन की समस्या के समाधान की दिशा में भारत की पहल है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि केन्या जल्द ही इस संगठन का सदस्य बनेगा। इसी बीच, श्री बिरला ने केन्याई सीनेट के स्पीकर अमासन जेफा किंगी से भी मुलाकात की। इस भेंट के दौरान अन्य मुद्दों के साथ-साथ संसदीय सहयोग को और मजबूत करने, मैत्री ग्रुपों के गठन और सदस्यों की क्षमता निर्माण के बारे में चर्चा हुई। श्री बिरला ने कहा कि भारत और केन्या के बीच सदियों से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से समुद्री पड़ोसियों ने हिंद महासागर के स्वाहिली तट के माध्यम से व्यापार किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच व्यापार, विकास में साझेदारी और क्षमता निर्माण पर आधारित मजबूत संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि समय के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग, विकास में साझेदारी और आतंकवाद का मुकाबला करते हुए शांति और सुरक्षा बनाए रखने के साझे लक्ष्य के कारण भारत और केन्या के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं। बाद में श्री बिरला ने नैरोबी विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित किया। श्री बिरला ने कहा कि युवाओं में नयी सोच है, ऊर्जा है, कुछ नया करने का संकल्प है। आज के महत्वाकांक्षी भारत में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। सरकार की समर्थकारी नीतियों और युवाओं के प्रयासों से आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।...////...
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