10-Mar-2022 09:21 PM
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बेलगावी,10 मार्च (AGENCY) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि आज़ादी के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य के समय हमें नए संकल्प लेने होंगे कि अपने प्रयासों से हम अगले 25 वर्षों में भारत को किस ऊँचाई पर लेकर जा सकते हैं।
श्री बिरला ने कर्नाटक के बेलगावी में बुधवार को विश्वेश्वरैया प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीटीयू) के दीक्षांत समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा, “हमें ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मस्तिष्क शक्तिशाली बने, बुद्धि का विस्तार हो और जिसे प्राप्त करके व्यक्ति आत्मनिर्भर बने। छात्रों को जिन सामाजिक और नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी गई है, उन्हें उन्हीं के अनुसार अपना जीवन जीना चाहिए। ‘एम्बिशन, इनोवेशन और डेडीकेशन’ के मंत्र पर युवा राष्ट्र को आगे ले जाएं।”
श्री बिरला ने भारत की नई शिक्षा नीति-2020 का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुसार पिछले वर्ष ही क्षेत्रीय भाषाओं में भी इंजीनियरिंग कोर्स को अनुमति दे दी गई है और यह एक सकारात्मक रुख है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि क्षेत्रीय भाषा में तकनीकी शिक्षा विद्यार्थियों के ज्ञान को बढ़ाएगी और उनकी सोच की क्षमता को विकसित करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दो वर्षों में भारत ने कोरोना काल के दौरान जिस अभूतपूर्व गति से डिजिटल शिक्षा के आयाम विकसित किए हैं, वह अद्भुत है। उन्होंने कहा कि आज देश के छह लाख से ज़्यादा गाँव ऑप्टिकल फाइबर से जुड़े हैं और देश के गाँवों में हाईस्पीड मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। भारत में स्टार्टअप्स की संख्या 60 हजार के पार हो चुकी है और 80 से ज़्यादा 'यूनिकॉर्न' आज देश में स्थापित हैं।
श्री बिरला ने कहा कि आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम आज हमारे देश में है। स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे मिशन लोगो कि आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार हैं।...////...