भारतीय परिवेश और संस्कृति का रंग रजवाडी शाही पगड़ी बनी आकर्षण का केंद्र
31-Mar-2022 10:30 PM 3457
उदयपुर 31 मार्च (AGENCY) अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम एवं रोटरी क्लब और आलोक संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किये जा रहे नव संवत्सर कार्यक्रम के अन्तर्गत आज यहां ऐतिहासिक फतहसागर झील की पाल पर अपनी धरती अपना वेश कार्यक्रम आयोजित किया गया। अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि अपनी संस्कृति के प्रति, अपने पहनावे के प्रति जागरूकता जगे इसी दृष्टि से अपनी धरती अपना वेश के अन्तर्गत पारम्परिक वेशभूषा के साथ पगड़ी सजाओं का आयोजन समिति पिछले आठ वर्षाे से सभी संगठनों के साथ मिलकर कर रही है। इस अवसर पर पगड़ी सजाओं में 12 वर्ष से कम उम्र के 116 बच्चों ने भाग लिया और सभी बच्चों को जो पगड़ी पहनकर आए उनको पुरस्कार दिये गये। 12 वर्ष से बड़े आयु वर्ग मे 177 ने भाग लिया। पारम्परिक वेशभूषा मे 169 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर हितेष सेन द्वारा रजवाडी शाही पगड़ी की तरफ से अलग अलग प्रांतो की 51 पगड़िया और साफे प्रदर्शित किये गए जो सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। डा कुमावत ने बताया कि कल एक अप्रेल को एकलिंग जी से अपरान्ह 3.15 बजे भव्य विक्रमादित्य संस्कृति चेतना यात्रा निकलेगी। एकलिंग जी से प्रारम्भ होकर चिरवा होते हुये नई टनल से होेते हुये अम्बेरी, सुखेर और आर के सर्किल पर जाकर यह भव्य यात्रा विराट संस्कृति सनातन यात्रा में परिवर्तित हो जायेगी जहाँ जगह-जगह लोग स्वागत करेंगे। चेटक पर जाकर यह यात्रा पद यात्रा के रूप में भगवान के जयकारों के साथ जगदीश मंदिर पहुँचेगी। जगदीश मंदिर से सप्त ज्योतियों का समागम किया जायेगा। उसके बाद गणगौर घाट पर सायं 7.30 बजे काशी विश्वनाथ की तरह गंगा आरती का आयोजन किया जायेगा। गणगौर घाट पर ही विक्रम संवत 2078 को आतिशी विदाई दी जायेगी। मेवाड़ के तपस्वी योगी स्वामी अवधेशानन्द महाराज (सूरजकुण्ड धाम) इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारेंगे जिनका भक्तगण पलक पावड़े बिछाकर स्वागत करेंगे।...////...
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