11-Aug-2022 09:18 PM
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गांधीनगर, 11 अगस्त (AGENCY) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में शुक्रवार को सुरेन्द्रनगर के दूधरेज में 73वें वन महोत्सव का राज्यस्तरीय समारोह आयोजित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री राज्य के 22वें सांस्कृतिक वन ‘वटेश्वर वन’ का लोकार्पण करेंगे।
सरकारी सूत्रों के अनुसार वन महोत्सव के अंतर्गत राज्य में कुल 10.35 करोड़ पौधों का वितरण किया जाएगा। दो जुलाई 2022 को भूमिपूजन के बाद केवल 40 दिनों के अल्प समय में तैयार ‘वटेश्वर वन’ राज्य का 22वां और सुरेन्द्रनगर का दूसरा सांस्कृतिक वन है। भगवान वडवाला के नाम पर इसका नामकरण किया गया है। दस करोड़ रुपए की लागत से निर्मित यह वन दूधरेज केनाल साइट पर 5 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है और यहां 73 हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं।
आयुर्वेद और योग की थीम पर आधारित इस वन के निर्माण का उद्देश्य यह है कि लोग अन्य बाग-बगीचों की तरह यहां केवल सैर-सपाटा नहीं बल्कि वनस्पतियों और उसके चिकित्सकीय गुणों के बारे में भी जानें तथा स्थानीय संस्कृति और प्रकृति का परिचय भी प्राप्त करें। यह सांस्कृतिक वन 33 एमेनिटीज यानी सुविधाओं से सुसज्जित है।
रजवाड़ी स्थापत्य कला, लकड़ी और प्राकृतिक पत्थरों के उपयोग के साथ निर्मित वटेश्वर वन से सुरेन्द्रनगर-झालावाड़ क्षेत्र का इतिहास, साहित्य और संस्कृति के विभिन्न पहलू प्रतिबिंबित होते हैं। इसके प्रत्येक हिस्से के निर्माण के पीछे कोई संदेश या विचार निहित है। झालावाड़ के लोक नृत्य और लोक संगीत को ध्यान में रखते हुए इस मुख्य द्वार के समीप तरणेतर मेला और द्रौपदी के स्वयंवर सहित अन्य ऐतिहासिक प्रसंगों के शिल्प और चित्र आगंतुकों के स्वागत में लगाए गए हैं।
वटेश्वर वन आयुष कलर गार्डन, योगा गार्डन, जेन गार्डन, स्कल्पचर गार्डन और सेंस एंड टच गार्डन, फ्रूट एंड फन पार्क जैसे थीम आधारित बगीचों-विभागों का समूह है। इनमें से प्रत्येक विभाग अपनी तरह से विशिष्ट हैं। आयुष कलर गार्डन में अन्य सामान्य गार्डन की तरह केवल रंग-बिरंगे और सुगंधित पौधे नहीं बल्कि आयुर्वेद में उपयोगी यानी मेडिसिनल वैल्यू वाले पौधे रोपे गए हैं।...////...