07-Sep-2025 03:15 PM
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श्रीनगर, 07 सितंबर (संवाददाता) गृह मंत्रालय की एक टीम हाल ही में हुयी भारी बारिश से कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में आयी बाढ़ से हुये नुकसान का आकलन करने के लिए रविवार को पहुँच रही है।अधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
यह टीम प्रभावित इलाकों का मौके पर जाकर आकलन करेगी और राहत एवं पुनर्वास उपायों की समीक्षा करने के लिये स्थानीय अधिकारियों के साथ बातचीत करेगी।
पिछले एक हफ्ते से झेलम नदी के उफान पर आने से दक्षिण और मध्य कश्मीर के कई हिस्से जलमग्न हो गये थे, जिससे घरों, बुनियादी ढाँचे और खड़ी फसलों को नुकसान पहुँचा था। घाटी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन बाढ़ ने कृषि और बागवानी, खासकर धान के खेतों और सेब के बागों को भारी नुकसान पहुँचाया है।
यह टीम पहले ही सबसे ज़्यादा प्रभावित जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर चुका है। जम्मू -कश्मीर पिछले एक महीने से प्रतिकूल मौसम की मार झेल रहा है, जिसका सबसे ज़्यादा असर जम्मू पर पड़ रहा है। अचानक आयी बाढ़ और भूस्खलन में लगभग 150 लोगों की जान चली गयी है और श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कें अवरुद्ध होने की वजह से संपर्क तथा राहत कार्य बाधित हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया, "केंद्रीय दल का यह हालिया दौरा नुकसान की गंभीरता का आकलन करने और केंद्र शासित प्रदेश में राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त सहायता पर विचार करने के प्रयासों का हिस्सा है।"
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कई राजनीतिक नेताओं ने केंद्र से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज की मांग की है।...////...