मोदी ने सीमावर्ती गांवों की ‘उपेक्षा’ पर पिछली संप्रग सरकार की आलोचना की
09-Mar-2024 08:58 PM 4602
ईटानगर, 09 मार्च (संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के सीमावर्ती गांवों के विकास की ‘उपेक्षा’ करने के लिए पिछली कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की जमकर आलोचना की। श्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी में ‘विकसित भारत विकसित पूर्वोत्तर’ कार्यक्रम में एक बड़ी संख्या में उपस्थित सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाया,“जब देश को सीमाओं पर आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण की आवश्यकता थी, तत्कालीन कांग्रेस सरकार घोटाले करने में व्यस्त थी। कांग्रेस देश की सीमाओं और सीमावर्ती गांवों को अविकसित रखकर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही थी।” उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में सेला सुरंग परियोजना का जिक्र करते हुए कार्यक्रम स्थल से ही वस्तुतः उद्घाटन किया। वह खराब मौसम के कारण वहां नहीं जा सके। प्रधानमंत्री ने देश की जरूरतों के अनुसार काम करने की अपनी शैली दोहराई, न कि चुनावी विचारों के लिए। उन्होंने रक्षा कर्मियों और सेला दर्रा क्षेत्र के लोगों से वादा किया कि वह अपने अगले कार्यकाल में इंजीनियरिंग के इस चमत्कार में उनसे मिलने आएंगे। सुरंग हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और तवांग के लोगों के लिए यात्रा की आसानी में सुधार करेगी। श्री मोदी ने यह भी कहा कि पहले के दृष्टिकोण के विपरीत, उन्होंने हमेशा सीमावर्ती गांवों को 'प्रथम गांव' माना है और वाइब्रेंट विलेजेज कार्यक्रम इस सोच की स्वीकृति है। आज करीब 125 गांवों के लिए सड़क परियोजनाओं की शुरुआत हुई और 150 गांवों में पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री ने समारोह में पूर्वाेत्तर राज्यों मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में लगभग 55,600 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकापर्ण और आधारशिला रखी। उन्होंने सेला सुरंग को भी राष्ट्र को समर्पित किया और लगभग 10,000 करोड़ रुपये की उन्नति योजना शुरू की। उन्होंने ‘विकसित राज्य से चल रहे विकसित भारत के राष्ट्रीय उत्सव’ का उल्लेख करते हुए ‘विकसित पूर्वोत्तर’ के लिए पूर्वोत्तर के लोगों के बीच नए उत्साह को स्वीकार किया। उन्होंने पूर्वोत्तर के विकास के लिए अपने दृष्टिकोण को दोहराते हुए, जिसे वे ‘अष्टलक्ष्मी’ कहते हैं, पूर्वोत्तर क्षेत्र को दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों की एक मजबूत कड़ी के रूप में वर्णित किया। श्री मोदी ने आज अनावरण की गई 55,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश के 35,000 परिवारों को उनके पक्के घर, अरुणाचल और त्रिपुरा के हजारों परिवारों के लिए पाइप से पानी के कनेक्शन और क्षेत्र के कई राज्यों के लिए कनेक्टिविटी से संबंधित परियोजनाएं मिलीं। उन्होंने कहा,“ये शिक्षा, सड़क, रेलवे, बुनियादी ढांचा, अस्पताल और पर्यटन परियोजनाएं एक विकसित पूर्वोत्तर की गारंटी के साथ आई हैं।” उन्होंने आगे कहा कि पिछले पांच वर्षों में धन का आवंटन पहले की तुलना में चार गुना अधिक है। प्रधानमंत्री ने कहा,“पिछले पांच सालों में हमने पूर्वोत्तर के लिए जितना काम किया, उतना काम पूरा करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते।...////...
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