21-Feb-2022 10:39 PM
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लखनऊ, 21 फरवरी (AGENCY) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वजह से आतंकवाद की बातें कर रहे है लेकिन उन्हे राेजगार जैसे असली मुद्दों पर बात करनी चाहिये।
चौथे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रियंका ने लखनऊ के चिनहट में रोड शो कर कांग्रेस उम्मीदवार बक्शी का तालाब से ललन कुमार, सरोजनी नगर से रूद्र दमन सिंह, लखनऊ पश्चिम से शहाना सिद्दीकी, लखनऊ पूर्व से मनोज तिवारी, लखनऊ उत्तर से अजय श्रीवास्तव अज्जू, लखनऊ मध्य से सदफ जफ़र, लखनऊ कैंट से दिलप्रीत सिंह, मोहनलालगंज से ममता चौधरी और मलिहाबाद से प्रत्याशी इंदल कुमार रावत के लिए वोट मांगे। रोडशो में सड़कों पर जनसैलाब दिखा और जगह-जगह उन्होंने लोगों का अभिवादन किया।
उन्होने पत्रकारों से बातचीत में कहा “ वह (पीएम) आतंकवाद की बातें सिर्फ चुनाव की वजह से कह रहे हैं। यह बात वह भी जानते हैं कि ये सच नहीं है। सिर्फ चुनाव के चलते ये कह रहे हैं। उन्हें अहम मुद्दों पर बात करनी चाहिए। तमाम सरकारी पद खाली होने के बावजूद आखिर यूपी में इतनी बेरोजगारी क्यों है। पीएम ने महंगाई, बेरोजगारी और छुट्टा जानवरों पर कुछ नहीं कहा और चुनावों में वह कह रहे हैं कि उनको अब इस बारे में जानकारी मिली है। क्या सीएम ने उनको जानकारी नहीं दी। सरकारी पद खाली हैं तो बेरोज़गारी क्यों हैं।”
प्रियंका ने कहा कि भाजपा कभी मुद्दों की बातें नहीं करती है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार उन्होंने सुना है कि छुट्टा जानवरों की समस्या है। कांग्रेस ने तीन साल पहले इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी कि किसान इस समस्या से जूझ रहा है कुछ करो। पांच साल देश में भाजपा की सरकार थी और सात साल से केंद्र में वे हैं, वहां मोदी बैठे हैं यहां योगी हैं और उनको छुट्टा जानवरों की समस्या ही नहीं पता है। सच्चाई यह है कि जानकारी पूरी है, लेकिन समस्याओं को दूर करने की आपकी इच्छा नहीं है।
छत्तीसगढ़ में भी यह समस्या थी, वहां जब कांग्रेस की सरकार बनी तो हमने इसका समाधान किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने योजना बनाई और कहा कि जो छुट्टे जानवरों की देखभाल करेगा, उससे हम गोबर दो रुपये किलो खरीदेंगे। गोबर को खरीदकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया गया, जिससे गैस और खाद बनने लगाई। इससे लोग जानवर पलने लगे।
उन्होने कहा कि मुफ्त के राशन और थोड़े बहुत पैसे से कोई आत्मनिर्भर नहीं बन सकता है। 700 किसान शहीद हुए क्या प्रधानमंत्री को संज्ञान नहीं था। उनको बिजली बिल, महंगाई, बेरोजगारी किसी का संज्ञान नहीं है, जब संज्ञान ही नहीं है, तो समाधान कैसे करेंगे। उत्तर प्रदेश में सब पार्टियां एक ही बिसात पर खेल रही हैं। जब किसान, युवा, महिला सड़कों पर आंदोलन कर रहे थे, तब यह राजनीतिक पार्टियां गायब थीं। अखिलेश यादव लखनऊ में थे, मायावती लखनऊ में थीं, लेकिन इन लोगों ने एक ट्वीट कर लिया और अपनी जिम्मेदारी ख़त्म समझी।
उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि महंगाई कम करने की क्या योजनाएं बनाई, कितने आईआईटी बनाए। कुछ बना तो नहीं पाए लेकिन रोजगार देने वाली संस्थाओं को अपने उद्योगपति मित्रों को बेच डाले। उद्योगपति हजार करोड़ कमा रहे हैं और किसान एक दिन में 27 रुपये भी नहीं कमा पाया। रोजगार मिलता है छोटे-छोटे व्यवसायों से, लेकिन नोटबंदी और जीएसटी जैसे कामों ने आपकी कमर तोड़ दी। अब जब चुनाव आए हैं, तब विकास करने की बात करते हैं, तो पांच साल में क्यों नहीं कर पाए।...////...