17-Aug-2021 04:47 PM
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लखनऊ। यूपी में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं और वोटों के ध्रुवीकरण का खेल भी शुरू हो चुका है। इस बीच अफगानिस्तान में पिछले 2 दिनों में हुए घटनाक्रम देश में भी माहौल दिखाई दे रहा है। एक तरफ जहां भारत समेत कई देश इसकी निंदा कर रहे हैं। वहीं पीस पार्टी के प्रवक्ता ने तालिबान को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया है। इससे पहले समाजवादी पार्टी से संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने भी अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे को सही करार दिया। उधर बीजेपी ने इन बयानों पर दोनों पार्टियों को कटघरे में खड़ा किया है। पार्टी के प्रवक्ता का कहना है कि इससे इनकी तालिबानी सोच का पता चलता है। पीस पार्टी के प्रवक्ता ने ट्वीट में लिखा है, तालिबान को शुभकामनाएं कि उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता को हासिल किया। उम्मीद है कि वह एहकाम ए इलाही निजाम ए मुस्तफा का राज कायम करेंगे, जिसमें किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं होगा। सबको न्याय मिलेगा। हम शांति और न्याय के पक्षधर हैं। शादाब चौहान पीस पार्टी के प्रवक्ता हैं। जिन्होंने तालिबान को शुभकामनाएं दी हैं।
गौरतलब है कि पीस पार्टी की कोशिश है कि किसी बड़े दल के साथ गठबंधन करे। उधर इस संबंध में बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने पीस पार्टी के नजरिए पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि किसी भी सभ्य समाज में सत्ता हस्तांतरण का सबसे अच्छा तरीका लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। यानी जनता जनार्दन के आशीर्वाद से सत्ता का हस्तांतरण हो। जिस तरह की तस्वीरें अफगानिस्तान से आ रही हैं, निश्चित रुप से वहां भय का वातावरण है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि लोग जहाज पर लटककर भागने के लिए तैयार दिख रहे हैं। इससे तालिबान के खौफ का पता चलता है। ऐसे मे पीस पार्टी के नेता हों या समाजवादी पार्टी के नेता। कोई ट्वीट कर शुभकामना दे रहा है तो कोई बयान दे रहा है। इससे उनके तालिबानी सोच और नजरिए का पता चलता है।
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